नरसिंहपुर शासकीय बकरी प्रजनन प्रक्षेत्र उमरिया- चिनकी का निरीक्षण आयुक्त आदिम जाति कल्याण श्री संजीव सिंह द्वारा नरसिंहपुर जिले के प्रवास के दौरान किया। इस दौरान कलेक्टर सुश्री ऋजु बाफना भी मौजूद थी। यहां अधिकारियों ने बकरी पालन एवं प्रबंधन प्रशिक्षण, चारागाह, बकरियों के नस्ल एवं विभागीय गतिविधियों की जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान श्री सिंह द्वारा पौधरोपण भी परिसर में किया गया।

      उप संचालक पशु चिकित्सा एवं सेवायें डॉ अजगर खान द्वारा बताया गया कि यहां सिरोही एवं बरबरी नस्ल की बकरियां मौजूद हैं। बकरियों की बीमारी की रोकथाम उनके प्रबंधन की व्यवस्थित ट्रेनिंग बकरी पालकों को दी जाती है। यहां महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ के राज्यों के भी बकरी पालक आते हैं। प्रक्षेत्र में आकांक्षी युवा उद्यमी योजना के तहत एनएलएम की ऋण सुविधा व आवश्यक तकनीकि प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। विगत दो वर्षो में कुल 413 व्यक्तियों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया है।

      प्रक्षेत्र प्रबंधक डॉ बीके मुड़िया द्वारा बताया गया कि वर्ष 2019-20 में 68 सिरोही नस्ल की बकरी धन से प्रक्षेत्र प्रारंभ किया गया था। वर्तमान में प्रक्षेत्र में 364 बकरी धन है। 149 बकरी धन स्थानी पशु पालकों को प्रजनन हेतु शासकीय दर पर दिया गया है। हाल ही में 27 नग बरबरी नस्ल की बकरियों का प्रजनन भी प्रारंभ किया गया है। यहां लगभग 50 एकड़ में चारागाह विकसित किया गया है। बकरियों को बीमारियों एवं पैरासाईट की रोकथाम करने के लिए फिनाईल रेखा भी बनाई जाती है। उनसे तैयार होने वाली खाद उच्च गुणवत्ता की होती है। इसकी विशेषता यह है कि इसमें दीमक नहीं लगती है। प्रक्षेत्र प्रगति पर अधिकारियों द्वारा सराहना भी की गई। इस दौरान डॉ पीके शर्मा उपसंचालक पशु प्रजनन व पशु पालन विभाग के अधिकारी मौजूद थे।

                विदित है कि तत्कालीन कलेक्टर श्री संजीव सिंह (आईएएस) द्वारा अपने कार्यकाल के दौरान बकरी प्रजनन व प्रक्षेत्र हेतु भूमि आबंटित की गई थी।

न्यूज़ सोर्स : ANJALI PATEL