भोपाल । मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में 230 सीटों पर शुक्रवार को मतदान हो गया है। इसके बाद हार जीत को मंथन शुरू हो गया है। इस बार महिलाओं ने बढ़ चढक़र मतदान किया है। प्रदेश की 34 सीटों पर महिलाओं ने पुरुषों से ज्यादा मतदान किया है। पिछली बार दो प्रतिशत मतदान बढ़ा तो सरकार बदल गई थी। हालांकि विंध्य की 29 सीटों में महिलाओं ने ज्यादा वोट डाले थे, जिसमें से 19 पर भाजपा जीती थी। जबकि 2018 में 44 सीटों पर महिलाओं ने पुरुषों से ज्यादा मतदान किया था। महिलाओं के बढ़े मत प्रतिशत को भाजपा लाड़ली बहना का असर बता रही है तो कांग्रेस इसे सरकार के खिलाफ बदलाव के लिए मतदान बता रही है। प्रदेश में कुल मतदान 77.15 प्रतिशत में से 78.21 प्रतिशत पुरुष और 76.03 प्रतिशत महिलाओं ने वोट किया है। पिछली बार 74.01 प्रतिशत महिलाओं ने मतदान किया था।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में 77.15 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया है। प्रदेश की 35 विधानसभा में महिलाओं ने की सबसे ज्यादा वोटिंग हुई है। वहीं 29 सीटें ऐसी है, जहां महिलाओं की संख्या पुरुष मतदाताओं से अधिक हैं। इस बार 1 हजार पुरुषों पर महिलाओं की संख्या 945 हो गई है। जबकि 2018 में 10 सीटों पर महिलाओं की संख्या पुरुष मतदाताओं से अधिक थी। वहीं, 1 हजार पुरुषों पर महिला वोटरों की संख्या 917 थी।
मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को हुए मतदान में रिकॉर्डतोड़ 77.15 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया है। 66 साल में सबसे अधिक वोटिंग इस बार हुई है। इसके साथ ही महिलाओं ने पुरुषों की तुलना में इस बार ज्यादा मतदान किया है। जो आंकड़े सामने निकल कर आ रहे हैं, उसने सभी नेताओं की नींद उड़ा दी है। जानकारी के मुताबिक 35 विधानसभा सीटों पर महिलाओं को वोटिंग परसेंट पुरुषों से ज्यादा है। वोटिंग प्रतिशत की बात करें तो महिलाओं और पुरुषों के मतदान में जो अंतर साल 2018 में था, लगभग उसी तरह 2023 में भी देखने को मिला है। पिछले चुनाव में महिला-पुरुष के वोट में 1.95 प्रतिशत का अंतर था, जबकि इस बार 2.18 प्रतिशत का है। हालांकि ये जरूर है कि पिछली बार 50 सीटों पर महिलाओं की वोटिंग ज्यादा था, लेकिन इस बार 35 सीटों पर मामला सिमटा हुआ है। इन 35 सीटों में से 24 सीटें तो अकेले विंध्य की है।
गौरतलब है कि विंध्य क्षेत्र में कुल 30 सीटें आती हैं। यहां की करीब 24 सीटों पर महिलाओं ने बंपर वोटिंग की है। सबसे रोचक बात ये है कि जिन 24 सीटों पर सबसे ज्यादा बंपर वोटिंग की गई है, उनमें से 2018 में 19 सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी।  इसके साथ ही महाकौशल की 7 सीटों पर महिलाएं पुरुषों से रही आगे। उधर भोपाल के दक्षिण पश्चिम में भी पुरुषों ने 58.61 प्रतिशत तो महिलाओं ने 59.66 प्रतिशत डालें वोट।
जिन सीटों पर महिला वोटर पुरूषों से आगे रहीं उनमें चित्रकूट, रैगांव, नागोद, मैहर, अमरपाटन, रामपुर बघेलान, सिरमौर, सेमरिया, त्योंथर, मउगंज, देवतालाब, मनगवां, गुढ़, चुरहट, सीधी, सिहावल, चितरंगी, धौहनी, ब्यौहारी,  जयसिंहनगर, जैतपुर, अनूपपुर, पुष्पराजगढ़, मानपुर सिहोरा, बिछिया, निवास, मंडला, बैहर, लांजी, परसवाड़ा,  भोपाल दक्षिण-पश्चिम, पवई, पन्ना, मुलताई शामिल हैं।
महिलाओं की बंपर वोटिंग को लेकर भाजपा इसे लाडली बहना योजना का असर मान रही है तो कांग्रेस इसे नारी सम्मान का प्रभाव। गौरतलब है कि भाजपा ने चुनाव को लाडली बहना योजना के दम पर चुनाव लड़ा तो कांग्रेस ने नारी सम्मान योजना प्रतिमाह डेढ़ हजार रुपये देने की घोषणा की।