भोपाल।  मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा पूरी ताकत झोंकना चाहती है। सत्ता में बने रहने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोडऩा चाहती। यही वजह है कि अब उम्रदराज और अनुभवी नेताओं को आगे कर चुनाव लड़ा जाएगा। पार्टी संगठन में गुटबाजी दूर करने के लिए पार्टी ने यह कदम उठाया है। भाजपा अपनी हारी 103 सीटों पर राष्ट्रवाद का अलख जगाएगी। कवि और साहित्यकारों को बुलाया जाएगा।
एमपी भाजपा संगठन के काम में उम्र का पैमाना दरकिनार किया जाएगा। अब भाजपा अपने जड़ों तक लौटेगी। उम्रदराज और अनुभवी नेताओं को आगे कर चुनाव लड़ेगी। जिंदगी भर भाजपा की सेवा करने वाले कार्यकर्ताओं को तवज्जो मिलेगी। गुटबाजी दूर करने के लिए पार्टी ने कदम उठाया है। भाजपा मिशन 2023 में सबको साथ लेकर चुनाव में उतरेगी। 22 जुलाई को होने वाली बैठक में रूपरेखा तय होगी।
भाजपा अपनी हारी हुई 103 सीटों पर राष्ट्रवाद की अलख जगाएगी। कवि और साहित्यकारों को बुलाया जाएगा। हर सीट पर कवि सम्मेलन और राष्ट्रवाद के कार्यक्रम कराए जाएंगे। एनजीओ फ्रंट पर रहेंगे। भाजपा पर्दे के पीछे रहेगी। कार्यक्रमों में अयोध्या राम मंदिर निर्माण, ट्रिपल तलाक, धारा 370, देशभक्ति, राष्ट्रवाद जैसे मुद्दों को उठाया जाएगा। बारिश के मौसम में भी सभी सीटों पर आयोजन होंगे।
भाजपा मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल का कहना है कि भाजपा में हमेशा सभी का सम्मान रहा है। ऐसा नहीं कि सिर्फ चुनावी मौसम में उन्हें याद किया जा जाता है। पार्टी हमेशा औरतों का सम्मान करती आई है और नए कार्यकर्ताओं को भी यही सिखाया जाता है। वहीं कांग्रेस के मीडिया उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने कहा है कि भाजपा में ज्वालामुखी भभक रहा है। कभी भी विस्फोट हो सकता है। भाजपा में वरिष्ठ नेताओं को मनाने में अब बहुत देर हो चुकी है।