नई दिल्ली । इजरायल से भारतीयों की सुरक्षित वापसी पर भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने दावा किया है कि आज भारत वह ताकत बनकर उभरा है, जो अपने नागरिकों के साथ बुरे और अच्छे वक्त में खड़ा रहता है। उन्होंने कहा कि एक दशक पहले हम देखते थे, अमेरिका और यूके जैसे विकसित देश हैं, वैश्विक संकट के बीच ऑपरेशन चलाकर अपने नागरिकों को निकालते थे और दूसरे देशों की मदद करते थे। लेकिन, पीएम मोदी के नेतृत्व में आज भारत, वैश्विक संकट या युद्ध की परिस्थिति के बीच ऑपरेशन चलाकर अपने नागरिकों को सुरक्षित लाता है और दूसरे देशों की मदद करता है।
भाटिया ने कहा कि इजरायल युद्ध के दौरान जो भारतीय वहां फंसे हुए हैं, उनके प्रति एक संवेदनशील और मजबूत सरकार ठोस कदम उठा रही है। ऑपरेशन अजय के तहत शुक्रवार को 212 नागरिक सुरक्षित भारत लौटे। ये पूरे भारत के लिए गौरवान्वित करने का समय था। ये दिखाता है कि अपने नागरिकों के लिए 24 घंटे काम करने की क्षमता सिर्फ पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में है। उन्होंने कहा कि इजरायल में फंसे नागरिक आज सुबह जब वापस भारत आए, तब एयरपोर्ट पर केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर वहां मौजूद रहे और उन्होंने नागरिकों का स्वागत किया।
भाजपा प्रवक्ता ने अतीत में मोदी सरकार द्वारा चलाए गए कई अभियानों का जिक्र करते हुए कहा कि मोदी सरकार बनने के बाद 2015 में करीब 6,700 नागरिक यमन से सुरक्षित भारत लाए गए। 2016 में सुडान युद्ध के दौरान ऑपरेशन संकट मोचन चलाकर 160 नागरिकों को सुरक्षित वापस लाया गया। 2021 में जब अफगानिस्तान में युद्ध की परिस्थिति उत्पन्न हुई, तब 800 से अधिक नागरिकों को भारत वापस लाया गया। यूक्रेन-रूस संकट के दौरान ऑपरेशन गंगा के तहत 22,500 नागरिकों को सुरक्षित भारत लाया गया। 2023 में ऑपरेशन कावेरी चलाकर 4,097 लोग वापस लाए गए, जिसमें 3,961 भारतीय थे और 136 अन्य देशों के नागरिक थे। उन्होंने इजयराल में फंसे अन्य भारतीयों से भी शांत और सुरक्षित रहने की अपील करते हुए कहा कि मोदी सरकार एक-एक भारतीय को वहां से सुरक्षित लेकर आएगी।
इजरायल फिलिस्तीन विवाद और हमास द्वारा की गई आतंकी घटना के बारे में भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि भारत हमेशा से इंसानियत और मानवता के साथ खड़ा रहा है और भारत आगे भी उन निर्दोष नागरिकों और मानवता के साथ ही खड़ा रहेगा, जिन पर आतंकवादी हमला किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अच्छा आतंकवाद और बुरा आतंकवाद जैसा कुछ नहीं होता और दुनिया के देशों को मिलकर आतंकवाद को खत्म करने के लिए काम करना पड़ेगा।