नई दिल्ली। लोकसभा में कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई के द्वारा लाए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का आज दूसरा दिन है. आज भी सदन में प्रस्ताव पर बहस जारी रहेगी. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी आज लोकसभा में सरकार का पक्ष रखेंगे.
बताया जा रहा है कि राजस्थान जाने से पहले वह लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बोल सकते हैं. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और निर्मला सीतारमण प्रस्ताव पर बोलेंगी. वहीं, गृह मंत्री अमित शाह आज शाम को अविश्वास प्रस्ताव पर विपक्ष के आरोपों का जवाब देंगे. इसके अलावा वो मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष के सवालों का भी जवाब देंगे. बता दें कि कल करीब छह घंटे तक चर्चा हुई थी.
मंगलवार को पहले दिन सरकार के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव लोकसभा में जोरदार बहस हुई. पहले दिन मणिपुर पर कुल 5 घंटे 55 मिनट बहस हुई. इसमें ‘इंडिया’ अलायंस की तरफ से 11 वक्ताओं ने 155 मिनट का समय लिया जबकि एनडीए की तरफ से छह वक्ता बोले और 147 मिनट का समय लिया.
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज राजस्थान में बांसवाड़ा में प्रसिद्ध मानगढ़ धाम में जनसभा को संबोधित करेंगे. आगामी विधानसभा चुनाव के लिहाज से यह राहुल की पहली रैली होगी. ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के बाद राहुल गांधी पहली बार राजस्थान में किसी जनसभा को संबोधित करेंगे. आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए राहुल की इस रैली को बेहद खास माना जा रहा है. इस रैली में भारी भीड़ जुटने की संभावना है. बता दें कि राजस्थान में इस साल के आखिर में चुनाव होने हैं.
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत कांग्रेस की तरफ से गौरव गोगोई और बीजेपी की तरफ से निशिकांत दुबे ने की थी. इसके बाद कांग्रेस और बीजेपी के कई नेताओं ने अपनी-अपनी बात रखी. चर्चा की शुरुआत में गौरव गोगोई ने अपनी बात रखते हुए कहा कि हम संख्या बल के लिहाज से नहीं मणिपुर के लिए न्याय के लिए इस प्रस्ताव को लेकर आए हैं. हम इस प्रस्ताव को लाने के लिए मजबूर हैं. मणिपुर न्याय मांग रहा है. विपक्षी दलों का गठबंधन ‘इंडिया’ मणिपुर के लिए ये प्रस्ताव लाया है.
उन्होंने कहा कि अभी तक मणिपुर के मुख्यमंत्री को बर्खास्त नहीं किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौन धारण किए हुए हैं. प्रधानमंत्री मोदी को अटल बिहारी वाजपेयी के राजधर्म की बात याद करनी चाहिए. उन्हें किसी में भी भेदभाव नहीं करना चाहिए. वहीं, बीजेपी की तरफ से सरकार का पक्ष रखते हुए निशिकांत दुबे ने कहा कि हमें उम्मीद थी कि राहुल गांधी इस चर्चा में बोलेंगे. मगर ऐसा नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि इस अविश्वास प्रस्ताव के जरिए विपक्ष केवल अपना विश्वास टेस्ट करना चाहता है. इसके अलावा और कई नेताओं ने अपनी-अपनी बात रखी.