कांग्रेस की विपक्षी एकता को जोरदार झटका 


नई दिल्ली । विपक्षी एकता को लेकर बुधवार को कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। तृणमूल कांग्रेस ने कह दिया है कि वह कांग्रेसी नेताओं द्वारा बुलाई बैठक में शामिल नहीं होगी।दरअसल, संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण चल रहा है। हंगामे को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस नेताओं की ओर से बड़ी बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में विपक्षी दलों के लगभग सभी नेता शामिल हो रहे हैं। लेकिन टीएमसी ने दूरी बना ली है। ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी कांग्रेस पर ही हमलावर है। इस बीच लोकसभा में टीएमसी नेता सुदीप बंद्योपाध्याय ने कह दिया है कि उनकी पार्टी किसी विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं होगी। 
अपने बयान में बंदोपाध्याय ने कहा कि यह सबसे दुर्भाग्यपूर्ण है कि संसद अपना सत्र शुरू करने में सफल नहीं हो रही है। सत्ता पक्ष हो या मुख्य विपक्षी दल, दोनों एक-दूसरे के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि हम किसी अन्य विरोध प्रदर्शन में भाग नहीं ले रहे हैं। टीएमसी संसद में अपने ही मुद्दों और एजेंडे पर विरोध करेगी। उन्होंने कहा कि बंगाल में, कांग्रेस पूरी तरह से भाजपा और सीपीएम के साथ मिलीभगत है, इसकारण हम कांग्रेस नेताओं द्वारा बुलाई गई बैठकों में हाथ नहीं मिला सकते हैं। 
बंधोपाध्याय का यह बयान विपक्षी एकता को बड़ा झटका है। हाल में ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सभी दलों से भाजपा को हराने के लिए एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने की अपील की थी। उन्होंने समान विचारधारा वाले दलों को आमंत्रित भी किया था। हालांकि, बंगाल में कांग्रेस और ममता बनर्जी के बीच जबरदस्त वार-पलटवार का दौर भी देखने को मिला। इस बीच ममता बनर्जी ने पहले ही ऐलान किया है, कि उनकी पार्टी 2024 का चुनाव अपने दम पर लड़ेगी।