कोलकाता । पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के  रुझान से पता चला कि टीएमसी तीनों स्तरों पर स्पष्ट संख्यात्मक वर्चस्व बनाए हुए है, वहीं दूसरे स्थान के लिए भाजपा और कांग्रेस-वाम मोर्चा के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा है। राज्य चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार अंतिम तस्वीर बुधवार दोपहर के बाद उपलब्ध होगी। मंगलवार को रात 11 बजे तक तृणमूल कांग्रेस 36,665 ग्राम पंचायत सीटों पर जीत हासिल कर विपक्षी दलों से काफी आगे है। जहां भाजपा 7,263 सीटों पर विजयी हुई है, वहीं कांग्रेस-वाम मोर्चा गठबंधन ने 4,208 सीटें जीती हैं।
ऑल इंडिया सेक्युलर फ्रंट (एआईएसएफ) और निर्दलीय  1,732 सीटों पर जीते हैं। 744 सीटों पर टाई हुआ है, जहां बाद में सिक्का उछालकर विजेता का फैसला किया जाएगा। राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था में ग्राम पंचायत सबसे निचला स्तर है। दूसरे स्तर की पंचायत समिति के मामले में टीएमसी ने 2319 सीटें हासिल की हैं, उसके बाद भाजपा को 109, वाम मोर्चा को 39, कांग्रेस को 36 और अन्य को 2 सीटें मिली हैं।
जिला परिषद के मामले में रात 11 बजे तक सिर्फ 82 सीटों का रुझान आया, जिसमें 81 सीटों पर टीएमसी या तो जीत रही है या आगे चल रही है और एक सीट पर भाजपा आगे चल रही है। इस बीच टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के ग्रामीण नागरिक निकाय चुनावों के मद्देनजर ममता को कोई वोट नहीं के आह्वान का उपहास उड़ाया है। उन्होंने कहा कि ममता को वोट नहीं का नारा अब वोट फॉर ममता में बदल गया है।