सहारनपुर में प्राचीन भैरो बाबा का मंदिर श्रद्धलुओं की आस्था का एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है. दाल मंडी पुल के पास स्थित यह मंदिर सैंकड़ो वर्ष पुराना है. मान्यता है कि यह मंदिर एक तिलस्मी मंदिर भी है. भैरो बाबा के मंदिर में आस्था के साथ पूजा करने व प्रसाद अर्पित करने से व्यक्ति के सभी दुश्मनों का सर्वनाश हो जाता है औऱ सभी कष्ट दूर हो जाते हैं.

सहारनपुर में दाल मंडी पुल के पास स्थित भैरो बाबा के मंदिर की कहानी बहुत प्राचीन है. मन्दिर के पुजारी मनोज पंडित में बताया कि यह मंदिर करीब 400 वर्ष प्राचीन है. अंग्रेजी शासन से भी पूर्व से भैरो बाबा का यह मंदिर अस्तित्व में है. उन्होंने बताया कि इस मंदिर में श्रद्धालुओं की बहुत आस्था है. शनिवार, रविवार व मंगलवार को मंदिर में श्रद्धालु काफी संख्या में पूजा अर्चना कर अपनी मनोकामना पूर्ति की कामना करने आते हैं. उन्होंने बताया कि सहारनपुर ही नहीं बल्कि आस पास के देहात क्षेत्र के लोग भी भैरो बाबा की पूजा करने मंदिर में आते हैं. मान्यता है कि इस मंदिर में आकर भैरो बाबा की पूजा करने से भक्तों के सभी कष्टों व दुश्मनों का सर्वनाश हो जाता है.

विशेष प्रसाद अर्पित कर भक्त करते हैं मनोकामना पूर्ति की याचना

सहारनपुर के भैरो बाबा के मंदिर के पुजारी मनोज़ पंडित ने बताया कि शनिवार व मंगलवार को श्रद्धालु भारी संख्या में भैरो बाबा की पूजा करते हैं. इस मंदिर में पूजा करने के लिए भक्त विशेष प्रकार का प्रसाद अर्पित करते हैं. उन्होंने बताया कि भले का प्रसाद, धार का पतझड़ व इमरती का प्रसाद का भोग भैरो बाबा को अर्पित किया जाता है. इस प्रसाद को बाबा के चरणों मे अर्पित करने व भोग लगाने से भक्तो की मनोकामना पूर्ण हो जाती है तथा समस्त कष्ट का निवारण भी हो जाता है. मनोज पंडित ने बताया कि उनकी चौथी पीढ़ी इस मंदिर में पुजारी के रूप में भैरो बाबा की सेवा में लगी हुई है. उनके परदादा, दादा व पिता के बाद वह भैरो बाबा के मंदिर में पुजारी हैं.