जबलपुर।   डुमना एयरपोर्ट पर एयर इंडिया की रनवे से नीचे उतर गई। इस हादसे में यात्रियों को कोई नुकसान नहीं हुआ लेकिन विमान के टायर जरूर क्षतिग्रस्त हो गए। रनवे के तय बिंदु से काफी आगे विमान ले गए फिर रोकने के लिए इमरजेंसी ब्रेक लगाया। इस घटना के लिए जांच कर्ताओं ने शुरुआती तौर पर पायलेट की लापरवाही मानी है। एयरपोर्ट को लेकर भी कुछ सवाल उठाए गए है लेकिन टीम ने फिलहाल जांच के बाद रिपोर्ट देने की बात कही। सोमवार को तय समय पर उड़ाने गई। स्पाइस जेट का मुबंई विमान सुबह 10.10 बजे यात्रियों को लेकर उड़ा।

ज्ञात हो कि बीते शनिवार को एयर इंडिया को दिल्ली से जबलपुर आया विमान रनवे पर सहीं जगह लैडिंग नहीं कर पाया। लैडिंग के पास जिस निर्धारित बिंदु पर विमान को रूकना था वह नहीं रूका और विमान पर लगी स्टापर लाइट को तोड़ता हुआ 10 मीटर से ज्यादा दूरी पर बढ़ गया। एयरपोर्ट सूत्रों की माने तो पायलेट ने विमान को रोकने के लिए इमरजेंसी ब्रेक का इस्तेमाल किया जिस वजह से झटके से विमान रूककर 90 डिग्री पर मुड़कर रनवे से नीचे उतर गया। इस घटना में विमान के चक्के दुर्घटनाग्रस्त हो गए। इधर यात्रियों को किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ लेकिन उनकी जान पर बन आई थी। बताते हैं कि यदि विमान चंद मीटर और आगे बढ़ता तो हादसा बढ़ा हो सकता था क्योंकि उसके आगे गड्डा होने की जानकारी आ रही है। घटना के बाद एयरपोर्ट पर सभी उड़ानों को रोक दिया गया था। बीते रविवार को जांच के लिए एयरपोर्ट अधिकारी आए। जिसमें डायरेक्टर जनरल आफ सिविल एविएशन और एयर इंडिया के अधिकारी थे। उन्होंने घटना स्थल का मुआयना किया जिसके बाद विमान को रनवे से हटाने का सिलसिला देर शाम पूरा हुआ। इसके कुछ देर बाद ही रात्रि में ही विमानों की आवाजाही शुरू हो गई। हालांकि विमानों के समय को बदला गया था। बाद में सुबह से तय समय पर विमानों ने उड़ान भरना प्रारंभ किया।

पायलेट दोषी तो निलंबन संभव:

 एयरपोर्ट अधिकारियों का कहना है कि घटना में यदि पायलेट पूरी तरह से जिम्मेदार माना जाता है तो उसका लाइसेंस निरस्त किया जा सकता है। उसे विमान उड़ाने के लिए प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। अब अधिकारियों की जांच के बाद अंतिम निष्कर्ष सामने आएगा।