रायपुर। राज्यसभा सदस्य राजीव शुक्ला ने दिल्ली में हुई वित्त सलाहकार समिति की बैठक में किसान सम्मान निधि योजना में किसानों से पैसे वसूली के लिए जारी नोटिस का मुद्दा उठाया। शुक्ला ने कहा कि प्रदेश के बस्तर से लेकर सरगुजा तक किसानों को पैसा वापस करने का नोटिस जारी किया गया है। किसानों से उस पैसे की मांग नहीं की जाए। शुक्ला ने बताया कि केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि उनको इस मामले की जानकारी नहीं है। वह पूरी जानकारी लेने के बाद किसानों के हित में फैसला करेंगी।

शुक्ला ने बैठक में कहा कि यह किसानों की गलती नहीं है, इसलिए उन्हें परेशान नहीं किया जाना चाहिए। प्रदेश के उन किसानों को नोटिस जारी किया गया है, जो योजना के लिए पात्र नहीं थे। नईदुनिया ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था।

केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में छत्तीसगढ़ के 47 हजार से ज्यादा किसानों ने गरीब बनकर लाभ उठाया है। आधार नंबर मिलाने के बाद पता चला कि ये किसान आयकर दाता हैं और उन्हें किसान सम्मान निधि नहीं दी जा सकती है। वसूली करने के लिए प्रशासन ने नोटिस जारी किया है। प्रदेश में 47 हजार 432 आयकर दाता किसानों से 46 करोड़ 56 लाख की वसूली करनी है। अभी तक केवल तीन हजार किसानों ने 2.23 करोड़ ही राशि लौटाई है।

छत्तीसगढ़ में इतने अपात्र

छत्तीसगढ़ में 40 लाख 89 हजार 725 किसानों ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लिए पंजीयन कराया है। इनमें 15 लाख 56 हजार 770 अपात्र घोषित हो चुके हैं। अपात्रों में से 86, 694 किसानों की माैत भी हो चुकी है। इनमें 47 हजार 632 आयकर दाता किसान हैं। बाकी पेंशनधारी या शासकीय सेवा में होने के कारण अपात्र हुए हैं।