मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, 15 साल भाजपा की सरकार रही। बस्तर के बाहर छत्तीसगढ़ में जो लोग हैं, वह यहां आने से डरते थे। लोग छत्तीसगढ़ नहीं आते थे। नक्सलियों का डर था। घर से निकलते थे, तो परिवार वालों को तब तक विश्वास नहीं होता था, जब तक लौट नहीं आते थे। बस्तर के आदिवासियों को एक तरफ नक्सलियों का दबाव, दूसरी ओर पुलिस का डर था। दोनों ओर से गोलियां चलती थीं और सीना हमारे आदिवासियों का होता था। कितने ऐसे आदिवासी हैं जिनकों नक्सली बताकर जेल में डाल दिया गया। मुख्यमंत्री बघेल गुरुवार को बस्तर में भरोसे के सम्मेलन में बोल रहे थे।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रियंका गांधी के साथ मिलकर 128 करोड़ 99 लाख रुपए के विकास कार्यों का भूमिपूजन लोकार्पण किया है। कुल 49 विकास कार्यों जिसमें 62 करोड़ 29 लाख 47 हजार के 15 विकास कार्यों का लोकार्पण और 66 करोड़ 70 लाख से अधिक राशि के 34 विकास कार्यों का भूमिपूजन किया। सम्मेलन में संभाग के सात जिलों से महिलाएं पहुंच रही हैं। साथ ही करीब एक लाख लोगों की भीड़ जुटने की संभावना है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दिल्ली पहुंचे हुए थे। वहां से प्रियंका गांधी के साथ फ्लाइट से जगदलपुर के मां दंतेश्वरी एयरपोर्ट पर उतरे और दोपहर में लालबाग मैदान पहुंच गए हैं। दोनों नेता 'भरोसे का सम्मेलन' में शामिल होंगे। सम्मेलन में वे ‘मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना‘ का शुभारंभ करेंगे। सम्मेलन के बाद मुख्यमंत्री जगदलपुर से 3.05 बजे हेलीकॉप्टर से रवाना होकर रायपुर लौट आएंगे। दौरे को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किये गए है।

सम्मेलन में नेहरू-गांधी परिवार के बस्तर से जुड़े संस्मरणों की फोटो प्रदर्शनी भी लगाई जा रही है। ऐसे में बस्तर कांग्रेस कमेटी ने कार्यक्रम की तैयारी पूरी कर ली है। फोटो प्रदर्शनी लगाने का उद्देश्य आदिवासियों और बस्तर से नेहरू गांधी परिवार के संबंधों के बारे में युवा पीढ़ी को जानकारी देना है। प्रदर्शनी के लिए पुरानी तस्वीरों का संग्रह किया गया है। लालबाग मैदान जहां पंडित जवाहर लाल नेहरू ने सम्मेलन को संबोधित किया था। उसी स्थल के समीप प्रियंका गांधी के लिए मंच तैयार किया जा रहा है।