पटना । पार्टी को मजबूती देने के ‎लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब जेडीयू के पूर्व नेताओं से भी वन टू वन चर्चा करने वाले हैं। सीम नीतीश कुमार इन दिनों लगातार अपनी पार्टी के नेताओ से बंद कमरे में बारी-बारी से मुलाकात कर रहे हैं। इसकी वजह आगामी चुनावों में पार्टी की ‎स्थिति को मजबूत करना बताया जा रहा है। हालां‎‎कि ‎सियासी ग‎लियारों में अब नीतीश कुमार की इन मुलाकातों को लेकर अटकलों का बाजार भी तेज है। उन्होंने कुछ दिनों पहले ही पार्टी के तमाम सांसदों और विधायकों से मुलाकात की थी, जिसकी काफी चर्चा हुई थी। अब नीतीश कुमार उसी मुलाकात की कड़ी को आगे बढ़ाते हुए पार्टी के पूर्व लोकसभा सांसद, राज्यसभा सांसद के साथ-साथ पूर्व विधायक और पूर्व विधान पार्षद से भी अपने सरकारी आवास एक आने मार्ग में एक-एक करके मुलाकात करने वाले हैं। इन मुलाकातों को लेकर बिहार में राजनीतिक तेज हो गई है। नीतीश कुमार सिर्फ पूर्व सांसदों और पूर्व विधायकों से ही नहीं, बल्कि पार्टी के जो पदाधिकारी हैं, जिनके ऊपर संगठन की अहम जिम्मेदारी है, उनसे भी मिलने वाले हैं। यह मुलाकातें काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं। 
सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मिलने वाले नेताओं से इस बात की जानकारी लेंगे कि उनके लोकसभा या विधानसभा में राजनीतिक माहौल कैसा है, वहीं उन इलाको में जदयू का संगठन ठीक तरीके से काम कर रहा है कि नहीं? वहीं वन टू वन इन मुलाकातों के दौरान संबंधित जेडीयू नेताओं से यह भी पूछेंगे कि बिहार के विकास की जो योजनाएं चलाई जा रही है, वो सही तरीके से जमीन पर उतर रही है कि नहीं। विकास कार्य में कहां गड़बड़ी आ रही है या फिर स्थानीय प्रशासन ठीक तरीके से अपना काम कर रहा है कि नहीं। सीएम इन सभी बातों की जानकारी लेंगे और उसके बाद लोकसभा चुनाव 2024 के लिए रणनीति तैयार करेंगे। हालांकि, इन मुलाकातों को लेकर चर्चाओं का बाजार भी गर्म है। नीतीश कुमार एक-एक करके पार्टी के नेताओं से ‎मिल रहे इसका मतलब है कि बिहार में फिर से उलटफेर होने वाला है।