एनसीपी में मचे सियासी घमासान के बीच नेताओं में बयानबाजी भी शुरू हो गई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और एनसीपी के राज्यसभा सांसद प्रफुल पटेल ने बड़ा बयान दिया है। अजित पवार के साथ एनसीपी में बगावत करने वाले प्रफुल ने कहा कि पार्टी के 51 विधायक बीजेपी के साथ सरकार बनाना चाहते थे।

बीजेपी के साथ बनाना चाहते थे सरकार

प्रफुल पटेल ने दावा किया कि पार्टी के 53 में से 51 विधायकों ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार से कहा था कि पिछले साल महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार गिरने के बाद भाजपा के साथ हाथ मिलाने की संभावना तलाशी जानी चाहिए। उन्होंने कहा, 'अगर एनसीपी शिवसेना के साथ सरकार बना सकती है तो भाजपा के साथ क्यों नहीं।'

पटेल ने ये भी कहा कि पिछले साल भाजपा के साथ गठबंधन में शामिल होने पर चर्चा हुई थी। उन्होंने कहा कि विधायकों के बीच ये चर्चा हुई थी। प्रफुल पटेल ने आगे कहा, "इस मुद्दे पर चर्चा हुई थी, लेकिन कोई निर्णय नहीं लिया गया। अब उस चर्चा को आकार दिया गया है। बीजेपी के साथ जाने का फैसला पार्टी के रूप में लिया गया है, न कि मेरे या अजीत पवार द्वारा।"

जयंत पाटिल भी पक्ष में थे

प्रफुल ने ये भी कहा कि जयंत पाटिल भी उन 51 विधायकों में से थे, जो चाहते थे कि शरद पवार बीजेपी सरकार में शामिल होने की संभावना तलाशें। उन्होंने कहा, केवल अनिल देशमुख और नवाब मलिक इस पर राजी नहीं थे।

अजित पवार ने एनसीपी में बगावत

गौरतलब है कि एनसीपी नेता अजित पवार ने कुछ विधायकों और सांसदों के साथ मिलकर चाचा शरद पवार के साथ बगावत कर दी। रविवार को ही अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली, जबकि छगन भुजबल समेत आठ विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली।