वॉशिंगटन । अंतरिक्ष में एक ऐसी रहस्यमयी लाल रोशनी कैमरे में कैद हुई है, ‎‎जिसे देश वैज्ञा‎निक भी हैरान हो गए। दरअसल यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (एसा) के एक अंतरिक्ष यात्री ने हाल ही में एक असामान्य घटना की तस्वीर खींची जिसे ‘लाल रोशनी’ कहा जाता है। अंतरिक्ष यात्री एंड्रियास मोगेन्सन ने डेनिश तकनीकी विश्वविद्यालय में थोर-डेविस प्रयोग के लिए एक उच्च-रिज़ॉल्यूशन कैमरे का उपयोग करके इस दुर्लभ घटना को कैद किया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार प्रयोग का उद्देश्य ऊपरी वायुमंडलीय बिजली और ग्रीनहाउस गैस के स्तर पर इसके प्रभाव की जांच करना है, जिससे ग्लोबल वार्मिंग प्रभावित होती है। अंतरिक्ष यात्री द्वारा कैद की गई घटना में वैज्ञानिकों ने लाल स्प्राइट का आयाम लगभग 14 गुणा 26 किलोमीटर होने का अनुमान लगाया गया है। मी‎डिया रिपोर्ट के अनुसार इस प्रयोग के प्रमुख वैज्ञानिक और डीटीयू स्पेस के वरिष्ठ शोधकर्ता ओलिवियर चैनरियन ने बताया कि ‘एंड्रियास द्वारा ली गई ये तस्वीरें शानदार हैं।’ उन्होंने आगे कहा कि ‘डेविस कैमरा अच्छी तरह से काम करता है और हमें स्प्राइट की त्वरित प्रक्रियाओं को पकड़ने के लिए जरुरी हाई रिजॉल्यूशन देता है।
एक लाल स्प्राइट एक असाधारण मौसम संबंधी घटना का प्रतिनिधित्व करता है जिसे क्षणिक चमकदार घटना (टीएलई) के रूप में वर्गीकृत किया गया है। कभी-कभी इसे लाल बिजली भी कहा जाता है, यह पृथ्वी की सतह से 40 से 80 किलोमीटर की ऊंचाई पर गरज वाले बादलों के ऊपर घटित होती है। बादलों से जमीन पर उतरने वाले विशिष्ट बिजली के बोल्टों के विपरीत, एक स्प्राइट विपरीत तरीके से व्यवहार करता है। वह वायुमंडल में चढ़ता है और रिवर्स लाइटनिंग के एक रूप जैसा दिखता है। गौरतलब है ‎कि लाल स्प्राइट की तीव्र घटना केवल एक मिलीसेकेंड तक चलती है। यह वैज्ञानिकों के लिए एक चुनौती पेश करती है, जो उन्हें पकड़ने और उनका व्यापक अध्ययन करने का लक्ष्य रखते हैं। चूंकि ये घटनाएं गरज वाले बादलों के ऊपर साकार होती हैं, इसलिए वे पृथ्वी से अवलोकन के लिए कठिनाइयां पैदा करती हैं और मुख्य रूप से अंतरिक्ष से दिखाई देती हैं। फिर भी, उनकी विशेषताओं में गहराई से उतरने से ऊपरी-वायुमंडलीय गतिविधियों में महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्राप्त हो सकती है, जो वैज्ञानिकों के लिए बहुमूल्य जानकारी प्रदान करती है।