बेंगलुरु । बेंगलुरु के एक निजी स्कूल में आया के रूप में काम करने वाली 37 वर्षीय महिला का दूसरे स्कूल के बस चालक द्वारा कथित रूप से बलात्कार करने का मामला सामने आया है। घटना 29 नवंबर शाम की है। महिला ने अपने घर तक ड्रॉप के लिए बस को हाथ दिया था। पीड़िता के 21 वर्षीय बेटे और उसके दोस्तों ने आरोपी बस ड्राइवर शिव कुमार को पकड़ा और पुलिस को सौंपने से पहले उसकी पिटाई कर दी। महिला द्वारा खींची गई बस की तस्वीर का उपयोग करके उन्होंने आरोपी ड्राइवर को ट्रैक किया था। अस्पताल में भर्ती शिवकुमार को डॉक्टरों ने फिट घोषित किया और बलात्कार के आरोप में पुलिस ने शिवकुमार को गिरफ्तार कर लिया। 
पीड़िता शाम करीब 6 बजे नयनंदनहल्ली जंक्शन पर खाली स्कूल बस में सवार हुई थी। पुलिस की पूछताछ में शिवकुमार ने बताया कि वह केंगेरी की ओर जा रहा था और उसने महिला को चंद्रा लेआउट जंक्शन पर छोड़ने की पेशकश की। वहीं पीड़िता ने पुलिस के पास अपनी शिकायत में कहा है ड्राइवर ने नगरबावी सर्विस रोड की ओर गाड़ी चलाई। इस एक कम रोशनी वाली जगह पर पार्क किया फिर ड्राइवर ने मेरा मुंह बंद कर मेरे साथ बलात्कार किया। इसके बाद में मेरे घर के पास छोड़ दिया। बस से उतरने के बाद मैंने अपने मोबाइल पर बस की एक तस्वीर ली ताकि मैं इस सबूत के तौर पर रख सकूं। पीड़िता के परिजनों के मुताबिक 3 बच्चों की मां रोते हुए घर पहुंची और खुद को एक कमरे में बंद कर लिया। 
पीड़ित महिला के बेटे ने बताया बहुत मिन्नतें करने के बाद मेरी मां ने दरवाजा खोला और मुझे बताया कि क्या हुआ था। उसने मुझे बस की तस्वीर दिखाई। मैंने अपने दोस्तों को फोन किया और हमलोगों की वाहन की तलाश शुरू कर दी। मैंने कई दुकानों और भोजनालयों से पूछताछ की क्योंकि मुझे यकीन था कि बस कहीं पास में पार्क की गई होगी। पुलिस के मुताबिक 90 मिनट की खोज के बाद युवक और उसके दोस्तों ने जंक्शन के पास खड़ी स्कूल बस को देखा। वाहन के अंदर सो रहे शिव कुमार को जगाया जैसे ही वह बस से बाहर निकला वे उस पर टूट पड़े और बेरहमी से उसकी पिटाई कर दी। राहगीरों ने पुलिस कंट्रोल को फोन किया.