सीहोर ।   गुरुवार-शुक्रवार की रात हुई बारिश से शहर से लेकर गांव तक पानी-पानी हो गया। पिछले 24 घंटे में सीहाेर में पांच तो आष्टा में छह इंच से अधिक बारिश हुई। अब औसत में छह इंच बारिश की दरकार है। रात भर हुई बारिश से सड़क, पुल-पुलिया डूबने से कई जगह के रास्ते रुक गए, वहीं ग्रामीण क्षेत्र में घरों व खेत में बारिश का पानी भर गया, इससे घरों में रखा सामान व खेत में खड़ी फसल डूब गई। खाली पड़े जल स्त्रोत झमाझम वर्षा से भर गए है। पार्वती, काहरी, रामपुरा सहित अन्य डेम जहां लबालब हो गए, वहीं कई जगह बेस्टवेयर से पानी निकलने लगा। तेज बारिश होने से जिले भर में देर रात बिजली सप्लाई प्रभावित होने के बाद दोपहर 12 बजे तक बहाल हुई।

पुराने हाईवे पर डूबा पुल, रुका रास्ता

सीहोर क्षेत्र में पिछले 24 घंटे में पांच इंच बारिश से जगह-जगह पानी भर गया, जहां सीवन नदी सहित सहायक नाले उफान पर गए, वहीं पुराने इंदौर-भोपाल हाइवे पर ग्राम थूना के पास बने पुल पर दो फीट तक पानी भर गया। प्रशासन ने सुबह कुछ समय के लिए आवागमन बंद कर दिया। हालत यह रही की झमाझम वर्षा से पानी नहीं निकल पाया।

कंपनी द्वारा सड़क के दोनो ओर नाली नहीं बनाई गई। इससे एमपीआरडीसी सड़क निर्माण कंपनी की लापरवाही के चलते भाऊखेड़ी, दुर्गपुरा, धामन्दा ग्राम के कई मकानों में पानी भर गया। इधर इछावर क्षेत्र के खजुरिया घेंघी, रामनगर, बिशन खेड़ी, धामंदा सहित आसपास के गांव में भारी वर्षा के चलते हैं नदी-नाले उफान पर रहे। शहर से लगे हुई ग्राम पंचायत रफीकगंज का मुख्य मार्ग पर दो फीट तक पानी भरने से तीन घंटे तक सड़क संपर्क टूटा रहा। ग्रामीण क्षेत्र में कई जगह भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया।

डेम की शटर बंद होने से गांव में घुसा पानी

सीहोर के ग्राम सिराड़ी के पारवा नाला पर त्रिवेनी, निपानिया नौनीखेड़ी, जेतली के पास डैम के गेट कुछ दिनों पहले प्रशासन ने बंद कर दिए थे, जिससे अचानक पारवां नाला उफान आ गया और किसानों के खेत और घर में पानी भर गया। इससे ग्राम सिराड़ी, अतरालियां, दुपाड़िया दांगी, ­झागरिया, जेतली, निपानियां सहित कई गांवों के किसानों की पककर खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा है। दुपाड़िया दांगी के ओमप्रकाश मेवाड़ा के मकान में पानी भर गया।

ग्रामीणों ने बताया कि मौसम विभाग ने भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया था, उसके बाद भी प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया और डैम बंद होने से नाले का पानी अचानक रूक गया, जिससे हमारे खेत और घर में पानी घुस गया। ग्राम दुपाड़िया दांगी के भगवत सिंह मेवाड़ा ने बताया कि मेरी पूरी फसल बाढ़ के पानी में डूब गई। कमलेश, अरविंद, रामासुर ने बताया कि बाढ़ का पानी खेतों में घुस गया।

जिले में अब तक 989.6 मिलीमीटर औसत बारिश

जिले में बीते 24 घंटे में सुबह आठ बजे तक 57.8 मिलीमीटर औसत बारिश दर्ज की गई। वर्षामापी केन्द्र सीहोर में 107.0 मिलीमीटर, श्यामपुर में 23.2, आष्टा में 147.0, जावर में 30.2, इछावर में 30.0, भैरुंदा में 51.0, बुदनी में 31.0, रेहटी में 43.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की है। जिले में एक जून से 22 सितम्बर को सुबह आठ बजे तक 989.6 मिलीमीटर औसत बारिश दर्ज की गई। पिछले वर्ष इसी अवधि में औसत बारिश 1517.4 मिलीमीटर थी। जिले की वर्षा ऋतु में सामान्य औसत बारिश 1148.4 मिलीमीटर है।

अधीक्षक भूअभिलेख से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से 22 सितम्बर 2023 तक जिले के वर्षामापी केंद्र सीहोर में 951.3 मिलीमीटर, श्यामपुर में 710.1, आष्टा में 926.0, जावर में 993.0, इछावर में 913.0, भैरुंदा में 1071.7, बुदनी में 1216.0 और रेहटी में 1135.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की है।

आष्टा में डूबे पुल-पुलिया

गुरुवार रात से वर्षा का जो दौर शुरू हुआ जो शुक्रवार सुबह तक जारी रहा। लगातार वर्षा के कारण कई नदी और तालाब लबालब भरा गए है। आष्टा क्षेत्र का सबसे बड़ा रामपुराखुर्द जलाशय डेम का बेस्टवेयर चालू हो गया है, वहीं रात भर हुई वर्षा के कारण पार्वती नदी के पुल पर भी पानी आ गया। आष्टा में 6 इंच से अधिक वर्षा दर्ज की गई है। रातभर हुई वर्षा के कारण आष्टा-मुगली रोड के पुल पर पांच फीट तक पानी आने से घंटो बंद रहा। प्रशासन ने रात में ही अपने अमले को अलर्ट कर दिया था।