भोपाल। राजधानी भोपाल में गरीबो के खाने की समस्या को दूर कर कम कीमत में पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के लिये 5 रुपए में भरपेट भोजन दिये जाने वाली चलित दीनदयाल रसोई की शुरुआत की गई है। लेकिन यहॉ दिया जाने वाला भोजन पौष्टिक नहीं बल्कि गुणवत्ताहीन है, जिसे खाने वाले बीमार हो सकते है। यह सच्चाई महापौर मालती राय के सामने तब आई जब उन्होनें दीन दयाल रसोई में भोजन बांटे जाने के समय औचक निरीक्षण किया। 
जानकारी के अनुसार भोपाल महापौर मालती राय को जानकारी लगी की रसोई द्वारा लोगो को अच्छा खाना नहीं दिया जा रहा है, तब उन्होंने शहर के अशोका गार्डन में संचालित होने वाली दीनदयाल रसोई केंद्र का औचक निरीक्षण किया। वहॉ लोगो को दिया जा रहा खराब क्वालिटी का खाना देखकर महापौर गुस्सा हो गई। उन्होंने मौके पर खाना ले रहे गरीबो से बातचीत की उन लोगो ने उन्हे बताया कि यहॉ रोजाना ही ऐसा खाना दिया जाता है। इस खाने में कभी-कभी तो नमक ही नहीं होता। महापौर ने जब यहॉ रखा खाना खुद चैक किया तो दाल के डब्बे में नाम मात्र की दाल थी, और पूरी तहर से पानी भरा था, वहीं सब्जी में भी नाम मात्र का आलू या बैंगन  डाला गया था। लोगो से बातचीत और खाना चैक करने के बाद महापौर बेहद नाराज हो गई और उन्होने वहीं से रसोई संचालक को फोन लगाकर जमकर फटकार लगाई। महापौर ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को जल्द से जल्द कार्रवाई करने के मौखिक निर्दिश दिए। गौरलतब है, कि चलित दीनदयाल रसोई योजना के तहत 10 लाख से अधिक जनसंख्या वाले इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में चलित रसोई केंद्र शुरू किए गए थे।जिसके अन्तर्गत गरीब और जरूरतमंदों को पॉच रूपय में अच्छी गुणवत्ता का भोजन उपलब्ध कराया जाना था।