हिंदू पंचांग के अनुसार आज यानी 18 जुलाई दिन मंगलवार से मलमास का आरंभ हो चुका हैं और इसका समापन 16 अगस्त को हो जाएगा। मलमास को अधिकमास, पुरुषोत्तम मास के नाम से भी जाना जाता हैं।

कई वर्षों बाद इस साल मलमास श्रावण मास में लगा हैं जिसके कारण सावन पूरे 59 दिनों का हो गया हैं।

 

मलमास को पूजा आराधना के लिए उत्तम समय माना जाता हैं ये महीना भगवान विष्णु के स्वरूप श्रीकृष्ण को समर्पित होता हैं ऐसे में इस दौरान भक्त श्रीकृष्ण की पूजा अर्चना करते हैं लेकिन इसी के साथ ही मलमास के दिनों में कुछ ऐसे कार्य बताए गए हैं जिन्हें भूलकर भी नहीं करना चाहिए। वरना जातक को समस्याओं का सामना करना पड़ सकता हैं, तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा बता रहे हैं कि मलमास में किन कार्यों को ना करें।

 

मलमास में करें इन कामों का त्याग-
शास्त्र अनुसार मलमास के दौरान शहद, चौलाई, राई, प्याज, लहसुन, उड़द, गोभी, गाजर, मूली, दाल और नागरमोथा का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए। मलमास में इनका सेवन करने से सेहत संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता हैं। साथ ही पुण्य कर्म भी समाप्त हो जाते हैं। इसके अलावा इस महीने बुरे काम और बुरे विचारों से भी दूरी बना लेनी चाहिए। साथ ही भगवान का स्मरण और पूजन में अधिक समय गुजारना चाहिए। मलमास को शुभ कार्यों के लिए अनुकूल नहीं माना जाता हैं ऐसे में किसी भी तरह का शुभ व मांगलिक कार्य ना करें।

 

मलमास के दिनों में तामसिक भोजन का त्याग करना उत्तम माना जाता हैं इस दौरान नशा आदि से भी बचना चाहिए। इसके साथ ही इन दिनों में नए कार्य की शुरुआत भी नहीं करनी चाहिए। वरना कार्यों में सफलता नहीं मिलती हैं। मलमास के दिनों में अधिक समय तक सोना उचित नहीं माना जाता हैं ऐसे में इस दौरान सुबह जल्दी सोकर उठना चाहिए। बिस्तर की बजाए भूमि पर सोना अच्छा माना जाता हैं।