बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री की दिव्य राम कथा छिंदवाड़ा में कराने को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ अपनों के बीच घिर गए हैं। कमलनाथ ने शास्त्री की आरती उतारकर स्वागत किया। इस पर प्रमोद कृष्णम ने सवाल उठाए। अब बिहार में महागठबंधन का हिस्सा राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता शिवानंद तिवारी ने कांग्रेस के बड़े नेताओं से सफाई मांगी है। 

छिंदवाड़ा में पांच से सात अगस्त तक शास्त्री की दिव्य कथा हुई। इसकी मेजबानी सांसद और कमलनाथ के बेटे नकुल नाथ ने की। इस पर राष्ट्रीय जनता दल के नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि छिंदवाड़ा में यज्ञ हो रहा है। प्रधान यजमान मुख्यमंत्री के भावी उम्मीदवार कमलनाथ के पुत्र हैं। धीरन्द्र शास्त्री हिंदू राष्ट्र के प्रबल समर्थक हैं। हम लंबे समय से धीरेंद्र शास्त्री का विरोध कर रहे हैं। उसके पास हिंदुत्व का हिडन एजेंडा है। लोकतंत्र किसी ग्रंथ पर नहीं बल्कि संविधान पर चलता है। हम राजनीतिक लाभ के लिए और कितना नीचे गिरेंगे? कांग्रेस पार्टी के आलाकमान से अनुरोध है कि इस मामले में सफाई दें और कमलनाथ से कैफियत तलब करें।

शिवानंद तिवारी के बयान से घिरे कमलनाथ ने मंगलवार को सफाई तो नहीं दी, लेकिन सवाल ही झाड़ दिया। उन्होंने कहा कि 15 साल पहले मैंने छिंदवाड़ा में हनुमान मंदिर बनाया था। तो क्या इसका भी स्पष्टीकरण दूं? इस बीच, कमलनाथ का एक वीडियो वायरल हो गया है। इसमें वे शास्त्री से कह रहे हैं कि हम आपको छोड़ने वाले नहीं हैं। आपका और हमारा संबंध हनुमान जी का है। आगे भी हम कथा कराते रहेंगे। 

गृहमंत्री का आरोप- पॉलिटिकल पाखंड न करें 
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ के मसले पर हाईकमान को स्पष्टीकरण देना चाहिए। क्यों नहीं करना चाहिए? कमलनाथ को यह भी बताना चाहिए कि 15 महीने के कार्यकाल में क्या उन्होंने कोई धार्मिक कार्य किया है? उन्होंने न तो धर्म के लिए, मंदिर के लिए और न ही पुजारियों के लिए कुछ किया। विपक्ष में आते ही मंदिर-मंदिर करने लगते हैं। पॉलिटिकल पाखंड करते हैं।