भोपाल । भारतीय जनता पार्टी ने घोषणा पत्र समिति का प्रमुख पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया को बनाया है। रविवार को मलैया ने कांग्रेस के वचन पत्र को झूठा बताते हुए कहा कि लोग समझ है कि कौन कहता और कौन करता है। उन्होंने पार्टी से नाराज होने के सवाल पर कहा कि हम तो रूठे ही नहीं थे। भोपाल में पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया ने रविवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि अभी घोषणा हुई है। सभी साथियों के साथ बैठ कर चर्चा करेंगे।
मलैया ने कहा कि भाजपा का जो भी इतिहास रहा है। उसके अनुसार नौजवानों, महिलाओं, किसानों शोषित वंचित वर्गों के लिए बीजेपी हमेशा काम करती रही है। इस बार भी हम सब इसी दिशा में काम करेंगे। कैसे हम प्रदेश और प्रदेश के लोगों को आगे ले जा सकते है।
कांग्रेस के वचन पत्र से मुकाबले के सवाल पर जयंत मलैया ने कहा कि मुकाबले का कोई प्रश्न नहीं उठता। उन्होंने पिछली बार कहा था कि दो लाख रुपए तक का कर्जा माफ करेंगे और 10 दिन में करेंगे। कमलनाथ जी कितने समय तक मुख्यमंत्री रहे, लेकिन दो लाख रुपए तक का कर्जा किसी का माफ नहीं हुआ। मलैया ने कहा कि इसका सभी लोगों को अच्छे से अहसास है। यह लोग सिर्फ कहने के लिए कह रहे है। मैं उस समय वित्त मंत्री था, मुझे पता था कि ना तो सरकार की हालत ऐसी है कि किसानों का दो लाख रुपए का कर्जा माफ किया जाए। यह मालूम था कि यह सब हवा हवाई है। यह बात सही है कि थोड़ी सीटों से उनकी सरकार बन गई। लेकिन अब लोग सब समझ गए है कि कौन कहता है और कौन करता है।
मलैया ने कहा कि कांग्रेस अभी तक सिर्फ झूठे सपने दिखा रही है। हमारी कोई योजना आती हे तो कहते है कि हमारी सरकार आएगी तो हम इससे बेहतर करेंगे। घोषणा पत्र की पहली बैठक को लेकर मलैया ने कहा कि पार्टी के नेताओं से बात कर बैठक करने को लेकर चर्चा करेंगे। कांग्रेस का वचन पत्र तैयार होने को लेकर कहा कि हमारा उससे कोई लेना देना नहीं है। भाजपा की अपनी सोच और चिंतन है। उसी दृष्टि से पार्टी अपना घोषणा पत्र जारी करेंगी। वहीं, पार्टी की नाराजगी के चलते घोषणा पत्र समिति में शामिल करने के सवाल पर मलैया ने कहा कि मैं तो रूठा भी नहीं था। प्रभात झा जी का तो सवाल ही नहीं उठता।