इस बार शनि जयंती 6 जून गुरुवार के दिन मनाई जाएगी. शनि जयंती का दिन शनिदेव को समर्पित है. इस दिन शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए भक्त कई तरह के उपाय करते हैं. ज्योतिषाचार्य पंडित पंकज पाठक ने Local 18 को बताया कि शनि जयंती जेष्ठ अमावस्या के दिन मनाई जाती है. मान्यताओं के अनुसार, इस दिन शनिदेव का जन्म हुआ था.

ऐसे में जेष्ठ अमावस्या का धार्मिक महत्व और भी बढ़ जाता है. शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है. इस दिन उनकी कृपा पाने के लिए विशेष पूजा अर्चना की जाती है. शनि जयंती पर भक्त शनिदेव से अच्छे कर्म करने और जीवन में सफलता पाने की प्रार्थना करते हैं. ज्योतिषाचार्य ने बताया कि शनि की कृपा पाने को शनि जयंती सर्वोत्तम दिन माना गया है.

शनि जयंती पर करें ये सात काम

1. शनि जयंती के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करने के बाद शनिदेव की विधिपूर्वक पूजा करनी चाहिए. शनि मंदिर में जाकर दर्शन करें. शनिदेव को सरसों के तेल में तिल मिलाकर उनका अभिषेक करें. तिल के तेल से भी शनिदेव का अभिषेक कर सकते हैं.

2. जिस किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि दोष है, तो इस दिन आपको किसी शनि मंदिर में जाकर पीपल के वृक्ष पर जल अर्पित करना चाहिए. इसके अलावा शनि चालीसा का पाठ करने के बाद शनिदेव के मंत्रों का जाप करें.

3. शनि जयंती के दिन काले कुत्ते को सरसों के तेल से बनी रोटी या फिर रोटी में सरसों का तेल लगाकर खिलाएं. कौवे को खाना खिलाना भी शुभ माना जाता है. अगर हम ऐसा करते हैं, तो इससे शनिदेव प्रसन्न होंगे.

4. शनि जयंती के दिन हनुमान जी को चमेली के तेल का दीपक दान करना चाहिए. उन्हें सिंदूर का चोला भी चढ़ाएं. मान्यता के अनुसार, हनुमान जी के भक्तों को शनिदेव कभी परेशान नहीं करते. इसलिए ऐसा करने से आप पर शनिदेव की क्रूर दृष्टि नहीं पड़ेगी.

5. शनि जयंती के दिन आप हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें. ऐसा करने से शनि दोष से आपको मुक्ति मिलेगी. साथ ही शनिदेव जल्द प्रसन्न होकर अपना आशीर्वाद देंगे.


6. शनि जयंती के दिन गरीबों को काला तिल, वस्त्र, उड़द की दाल, जूते-चप्पल और काले कंबल का दान करना चाहिए. गरीबों की सेवा करने से शनिदेव की कृपा होगी.

7. शनि जयंती के दिन आपको विधि पूर्वक उपवास रखना चाहिए. इस दिन काले कपड़े पहनकर और शनिदेव की पूजा करने से लाभ प्राप्त होगा. अगर संभव न हो तो पूरे दिन केवल एक बार भोजन कर व्रत रख सकते हैं.