पटना । पटना में शुक्रवार को विपक्षी दलों की बैठक हुई। बैठक का हिस्सा महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे भी शामिल हुए। इस बैठक के बाद सभी दलों ने एक साथ चुनाव लड़ने की बात कही है। पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि यदि 2024 के बाद लोकतंत्र को जीवित रखना है, तब राजनीतिक नेताओं को राष्ट्रहित के लिए बड़ा दिल दिखाना होगा। अगर सभी एक साथ आएंगे, तब इससे मतदाताओं में विश्वास पैदा होगा।
राउत ने कहा कि बैठक में ठाकरे ने कहा है कि, अगर 2024 में सत्ता परिवर्तन नहीं होगा, तब यह आखिरी चुनाव होगा, इसकारण लोकतंत्र की रक्षा के लिए हमें (विपक्षी दलों) को एकजुट होकर चुनाव लड़ना होगा। यह टिप्पणी विपक्षी दलों द्वारा पिछले दिन पटना में एक महत्वपूर्ण एकता बैठक आयोजित करने के बाद आई है, जिसमें उद्धव ठाकरे, उनके बेटे, आदित्य ठाकरे और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने भाग लिया था। राउत मणिपुर हिंसा को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा। राउत ने कहा कि हमने बार-बार मणिपुर का मुद्दा उठाया है। मणिपुर एक सीमावर्ती राज्य है। गृह मंत्रालय और मोदी जी की सरकार मणिपुर की हिंसा को रोक नहीं सकी...हमारी मांग है कि गृह मंत्री के नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल मणिपुर में जाए और उग्र आंदोलन करने वाले लोगों से खुली चर्चा होनी चाहिए।