अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टीम में भारतवंशी की धमक बढ़ती जा रही है। अब ट्रंप ने एक और भारतवंशी को अपनी नई कैबिनेट में बड़ी जिम्मेदारी दे दी है। ट्रंप ने सोमवार को भारतीय अमेरिकी वकील हरमीत के ढिल्लों को न्याय विभाग में नागरिक अधिकारों के लिए सहायक अटॉर्नी जनरल के रूप में नामित किया।

डोनाल्ड ट्रंप ने इसको लेकर एक पोस्ट भी लिखा, उन्होंने कहा, 'मुझे अमेरिकी न्याय विभाग में नागरिक अधिकारों के लिए सहायक अटॉर्नी जनरल के रूप में हरमीत के ढिल्लों को नामित करते हुए खुशी हो रही है। अपने पूरे करियर के दौरान, हरमीत हमारी प्रतिष्ठित नागरिक स्वतंत्रता की रक्षा के लिए लगातार खड़ी रही हैं। हरमीत अमेरिका की टॉप वकीलों में से एक हैं। वह डार्टमाउथ कॉलेज और वर्जीनिया यूनिवर्सिटी लॉ स्कूल से स्नातक हैं।'

ट्रंप ने ये भी कहा, ढिल्लों ने मुक्त भाषण पर रोक लगाने के लिए तकनीकी कंपनियों को आड़े हाथों लिया, उन ईसाइयों का प्रतिनिधित्व किया जिन्हें कोविड-19 महामारी के दौरान एक साथ प्रार्थना करने से रोका गया था

डोनाल्ड ट्रंप ने आगे कहा कि हरमीत सिख समुदाय की एक सम्मानित सदस्य हैं। न्याय विभाग में हरमीत हमारे संवैधानिक अधिकारों की अथक रक्षक होंगी और हमारे नागरिक अधिकारों और चुनाव कानूनों को निष्पक्ष और दृढ़ता से लागू करेंगी।

इसके बाद वकील हरमीत के ढिल्लों का भी जवाब सामने आया, उन्होंने जवाब में कहा, मैं नामांकित होने और ट्रम्प के अटॉर्नी जनरल चुने गए पाम बॉन्डी के नेतृत्व में वकीलों की एक अविश्वसनीय टीम का हिस्सा बनने के लिए बेहद सम्मानित महसूस कर रही हैं।

बता दें कि हरमीत ढिल्लों का जन्म चंडीगढ़ में हुआ. जब वह बच्ची थी, तब ही उनके माता-पिता अमेरिका चले गए थे। हरमीत के. ढिल्लों ट्रंप 2.0 कैबिनेट में नामांकित होने वाले भारतीय मूल की चौथी व्यक्ति हैं। ट्रम्प 2.0 कैबिनेट में पहले के तीन लोगों में गुजराती मूल के 44 साल के ट्रम्प के वफादार काश पटेल, तुलसी गबार्ड और विवेक रामास्वामी शामिल हैं, जो अपनी हिंदू विरासत के साथ मजबूत संबंधों के लिए जाने जाते हैं।