अयोध्या ।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने हाथों से चरणामृत पिलाने और उनका 11 दिन का व्रत तुड़वाने वाले गोविंद देवगिरी जी महाराज भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि मुझे लगा कि मैं एक बेटे की मदद कर रहा हूं, जो मेरे देश का हीरो है। उसका उपवास तोड़ रहा है। बता दें पीएम मोदी ने रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर अपना अनुष्ठान तोड़ा।

चरणामृत पिलाकर तोड़ा व्रत

गोविंद देवगिरी जी महाराज ने कहा, 'हमनें शहद और नींबू पानी मिलाकर उनके पिलाने के बारे में सोचा था, लेकिन पीएम ने मुझसे कहा कि आप मुझे भगवान राम के चरण अमृत की कुछ बूंदें पिलाएं।' महाराज ने कहा कि मेरा स्नेह जाग गया। मुझे लगा कि मैं एक बेटे की मदद कर रहा हूं जो देश का नायक है।

पीएम मोदी ने किया राम मंत्र का जाप

उन्होंने कहा कि मैं सभी कारसेवकों को याद कर रहा हूं। जिन्होंने इस काम के लिए बलिदान दिया है। कार्य को कई लोगों ने किया, लेकिन उन सभी को सम्मिलित शक्ति ने प्रधानमंत्री मोदी को खड़ा कर दिया। गोविंद देवगिरी ने कहा, '11 दिनों में पीएम नरेंद्र मोदी ने भगवान राम के मंत्र का जाप किया। मैंने खुद देखा कि वह लगातार जाप कर रहे थे।' उन्होंने आगे कहा कि इस तरह यदि हमें कोई राष्ट्रीय नायक मिल जाए जो अपने शब्दों, मन और कार्यों से खुद पर कंट्रोल रखता हो, तो यह हमारा सौभाग्य होगा।

हमारे राम आए गए हैं- पीएम मोदी

अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राम मंदिर के निर्माण ने लोगों को एक नई ऊर्जा से भर दिया है। सदियों के इंतजार के बाद प्रभु राम अपने निवास स्थान पर आ गए हैं। उन्होंने कहा, 22 जनवरी 2024 सिर्फ एक तारीख नहीं है, बल्कि एक नए युग की शुरुआत है।