उद्योगपति किशोर बियानी ने कर्ज में डूबी FRL के निलंबित निदेशक मंडल के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है। यह कंपनी मौजूदा समय में दिवालिया कार्यवाही का सामना कर रही है। फ्यूचर रिटेल ने शेयर बाजारों को दी सूचना में कहा कि कंपनी के 'कार्यकारी चेयरमैन एवं निदेशक' बियाणी ने अपना त्यागपत्र सौंपा है। अब दिवालिया संहिता के तहत उनके इस्तीफे को ऋणदाताओं की समिति (सीओसी) के समक्ष रखा जाएगा। कंपनी के समाधान पेशेवर को 24 जनवरी, 2023 को ईमेल के जरिये यह सूचना मिली।

FRL को बैंक ऑफ इंडिया से मिले कर्ज की चूक करने पर दिवाला कार्यवाही का सामना करना पड़ा।इस्तीफा देने के साथ ही बियानी ने पूर्व प्रबंधन के पास जो भी जानकारी और डेटा उपलब्ध थे और र्व कर्मचारियों या तीसरे पक्ष से प्राप्त डेटा को सौंपने का काम पूरा कर लिया है। साथ ही सभी आवश्यक हैंडहोल्डिंग को पूरा कर लिया है।किशोर बियानी और FRL और FCPL सहित 15 अन्य रिलायंस के साथ सौदे को लेकर अमेजन के साथ मुकदमों में उलझे हुए हैं।

ऋण पर चूक के बाद FRL को उसके ऋणदाता बैंक ऑफ इंडिया द्वारा दिवाला कार्यवाही में घसीटा गया था। अमेजन द्वारा कानूनी चुनौती के बीच रिलायंस द्वारा FRL सहित 19 फ्यूचर समूह की कंपनियों के ₹24,713-करोड़ के अधिग्रहण को उसके ऋणदाताओं ने अस्वीकार कर दिया।FRL भारत की दूसरी सबसे बड़ी खुदरा कंपनी बहु-ब्रांड खुदरा श्रृंखलाओं में से एक है। यह बिग बाजार, ईजीडे और हेरिटेज का परिचालन करती है। फिलहाल कंपनी निर्धारित तारीख तक कर्जदाताओं को 3,494.56 करोड़ रुपये का भुगतान करने में चूक कर गई है और दिवालिया प्रक्रिया को पूरा कर रही है।