मुंबई । महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे की कलंक वाली टिप्पणी पर पलटवार किया है। फडणवीस ने कहा कि, ऐसा लगता है कि मौजूदा राजनीतिक स्थिति के कारण शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख को मनोरोग उपचार की जरूरत है। दरअसल नागपुर में उद्धव ने कहा था, भाजपा नेता फडणवीस नागपुर पर एक ‘कलंक’ हैं, क्योंकि उन्होंने कहा था कि वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के साथ गठबंधन नहीं करुंगा, लेकिन फिर भी उन्होंने ऐसा किया।
ठाकरे की टिप्पणी पर फडणवीस ने कहा, विपक्षी और पूर्व मित्र (ठाकरे) को वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रम के प्रभाव का सामना करते हुए देखकर मुझे दुख होता है। मुझे लगता है कि उन्हें मनोचिकित्सक से परामर्श लेने की आवश्यकता है। फडणवीस ने कहा, जो व्यक्ति अपनी वर्तमान मनोवैज्ञानिक स्थिति के कारण आरोप लगाता है, उस पर प्रतिक्रिया देना अनुचित है। उनकी वर्तमान मानसिक स्थिति ऐसी है कि हमें इस समझने का प्रयास करना चाहिए। वह जो कह रहे हैं उस पर प्रतिक्रिया न देना ही बेहतर है।
उन्होंने दावा किया कि संजय राउत और अनिल परब जैसे प्रमुख शिवसेना (यूबीटी) नेताओं को भाजपा के द्वारा परेशान किया जा रहा है। राज्य के राजनीतिक परिदृश्य में एक बड़े बदलाव के तहत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता अजित पवार और उनके आठ सहयोगी दो जुलाई को एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे, जिससे शरद पवार की स्थापित पार्टी राकांपा विभाजित हो गई। अजित पवार को उपमुख्यमंत्री बनाया गया, जबकि अन्य को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई।