माध्यमिक शिक्षा मंडल (CGBSE) को अभी तक 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं में बोनस अंक पाने वाले छात्रों की सूची लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआइ) से नहीं मिली है। अधिकारियों ने बताया कि डीपीआइ में खेल के लिए बोनस अंक पाने के लिए दावा करने वाले आवेदन पत्रों की जांच चल रही है।

होली के बाद बोनस अंक पाने वाले छात्रों की सूची माशिमं को दी जाएगी। खेल, स्काउट, एनसीसी, एनएसएस, विद्या भारती जैसी गतिविधियों में हिस्सा लेने वाले छात्रों को बोनस अंक मिलते हैं। स्टेट, नेशनल, इंटरनेशनल स्तर पर हिस्सा लेने वाले छात्रों को अलग-अलग बोनस अंक देने का प्रविधान है। इन्हीं बोनस अंकों के सहारे बहुत सारे छात्र-छात्राएं बोर्ड परीक्षा में उत्तीर्ण भी हो जाते हैं।

पिछले वर्ष 10वीं और 12वीं को मिलाकर 3,161 छात्रों को बोनस अंक मिले थे। इनमें 10वीं में 1,272 और 12वीं में 1,889 छात्रों को लाभ मिला था। रायपुर जिले में सबसे ज्यादा 280 छात्र-छात्राओं को बोनस अंकों का लाभ मिला था, वहीं सबसे कम चिरमिरी मनेंद्रगढ़ जिले में सिर्फ पांच विद्यार्थी बोनस अंक के लिए पात्र पाए गए थे। सुकमा से एक भी छात्र को बोनस अंक नहीं मिला था।

मेरिट लिस्ट में नहीं जुड़ेंगे बोनस अंक

छात्र-छात्राओं को मिलने वाले बोनस अंक मेरिट लिस्ट में नहीं जोड़े जाएंगे। गौरतलब है कि पिछले कई वर्षों से बोनस अंक को मेरिट लिस्ट से बाहर कर दिया गया है। पहले छात्र बोनस अंक का फायदा उठाकर मेरिट लिस्ट में शामिल हो जाते थे।

मांशिम सचिव पुष्पा साहू ने कहा, डीपीआइ से अभी तक हमे बोनस अंक पाने वाले छात्रों की सूची नहीं मिली है।

कल से उत्तर-पुस्तिकाओं का मूल्यांकन होगा शुरू

10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर-पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कल यानी शनिवार से शुरू हो रहे हैं। मूल्यांकन से पहले मूल्यांकन केंद्राधिकारियों को पारदर्शिता के साथ मूल्यांकन करवाने के निर्देश माशिमं सचिव पुष्पा साहू के द्वारा दिए गए हैं।

उन्होंने सभी की वर्चुअल बैठक लेकर मूल्यांकन से संबंधित दिशा-निर्देश दिए हैं। बोर्ड परीक्षाओं में शामिल लगभग छह लाख परीक्षार्थियों की उत्तर-पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए 20 हजार शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। रायपुर में दो केंद्रों सहित प्रदेश में 36 मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं।