शनिवार को पितृपक्ष शुरू हो रहे हैं। इसके साथ ही पितरों को याद करके श्राद्ध कर्म औप तर्पण विधि भी शुरू हो जाएगी। शास्त्रों के अनुस, पितृपक्ष में पितरों का श्राद्ध करने से वह प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। कहा जाता है कि जब किसी पर पितृ प्रसन्न होते हैं, तो सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। 

इस जगह पर न रखें पितरों की तस्वीर : वास्तु शास्त्र के अनुसार, पितरों की तस्वीर सही दिशा में होना बेहद जरूरी है। इसलिए पितरों की तस्वीर बेडरूम, किचन, पूजा घर में नहीं लगानी चाहिए। इससे पितृ तो नाराज होते ही हैं। इसके साथ ही देव दोष भी लगता है। ऐसे में सुख-समृद्धि की कमी आती है और घर में वाद विवाद अधिक होते है। इसके साथ ही पितरों की तस्वीर ऐसी जगह न लगाएं, जहां से आते जाते आपकी नजर उसपर पड़ें।पितरों की तस्वीर हमेशा दक्षिण दिशा की ओर लगानी चाहिए। क्योंकि यह दिशा यमराज के साथ-साथ पितरों की है।

चढ़ाएं जल : वास्तु शास्त्र के अनुसार, पितरों को प्रसन्न करने के लिए घर के मुख्य द्वार को हमेशा साफ रखें रोजाना सुबह मुख्य द्वार में जल डालें।
जलाएं दीपक : वास्तु शास्त्र के अनुसार, दक्षिण दिशा को पितरों की दिशा कही जाती है। इसलिए रोजाना शाम को दीपक जलाएं। इससे पितृ दोष से भी मुक्ति मिलेगी।