भोपाल । भोपाल के राजा भोज एयरपोर्ट पर विमानों में अचानक आई खराबी अब स्थानीय स्तर पर ही ठीक की जा सकेगी। अभी तक एयरलाइंस कंपनियों को इसके लिए दिल्ली या मुंबई से इंजीनियरों की टीम बुलानी पड़ती है। राजा भोज एयरपोर्ट पर एमआरओ हैंगर (मेंटनेंस, रिपेयर एंड ओवरआल) का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है। करीब पांच एकड़ जमीन पर प्रस्तावित हैंगर का निर्माण एक प्राइवेट कंपनी कर रही है। एयरपोर्ट ने इसके लिए कंपनी को जमीन किराये पर दी है।
हैंगर का निर्माण होते ही भोपाल भविष्य में एयरक्राफ्ट हब बन जाएगा। इससे ये फायदा होगा कि एयरलाइंस कंपनियों को विमान खराब होने पर दिल्ली एवं मुंबई से पाट्र्स बुलवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पुराने एयरपोर्ट टर्मिनल रोड पर स्थित यह जमीन काफी समय से खाली पड़ी थी। अथारिटी ने यहां कुछ हिस्से पर सोलर पावर प्लांट का निर्माण किया है। इसी के निकट ही एमआरओ हेंगर का निर्माण किया जा रहा है।

उड़ानें निरस्त होने की समस्या नहीं होगी
वर्तमान में अचानक तकनीकी खराबी आने पर विमान सुधारने का काम आसानी से नहीं हो पाता। विमान खराब होने पर कई बार उड़ानें निरस्त करनी पड़ती हैं। हाल ही में एयर इंडिया की उड़ान को इसी कारण निरस्त करना पड़ा था। पहले भी कई ऐसे अवसर आए, जब खराबी समय पर ठीक न होने पर उड़ानों को निरस्त कर देना पड़ा। हैंगर बनने से कंपनियां रन-वे के पास से ही विमान को हैंगर तक ले जा सकेंगी। बड़ी खराबी को भी कुछ ही मिनटों में सुधारा जा सकेगा। यात्रियों को भी घंटों इंतजार करने की समस्या से मुक्ति मिल जाएगी। विमानों का नियमित मेंटेनेंस एवं सर्विस भी यहां हो सकेगी।

विमानों की नाइट पार्किंग भी होगी
एमआरओ हैंगर बनने से विमानों की नाइट पार्किंग सुविधा भी शुरू हो जाएगी। एमआरओ हैंगर नहीं होने के कारण एयरलाइंस कंपनियां विमान रात के समय यहां खड़े नहीं करतीं। हैंगर बनने के बाद विमानों की सर्विस रात के समय भी हो सकेगी। हैंगर में विमान की पूरी जांच (ओवरहॉलिंग) हो सकेगी। सुबह विमान बिना विलंब के समय पर टेकऑफ हो सकेंगे। यात्रियों को अचानक उड़ान लेट होने की समस्या से भी राहत मिलेगी।

मार्च 2024 तक काम पूरा होगा
एमआरओ हैंगर बनाने के लिए एक कंपनी से अनुबंध किया गया है। कंपनी ने जमीन का किराया देना भी शुरू कर दिया है। कंपनी को मार्च 2024 तक काम पूरा करना है। शुरूआती काम हुआ है। हैंगर बनने के बाद कुछ नई उड़ानें शुरू होने की उम्मीद है।
- रामजी अवस्थी, एयरपोर्ट डायरेक्टर