गुरुग्राम । द्वारका एक्सप्रेसवे शुरु होने पर केन्द्र सरकार के साथ सहमति बन गई है। केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत ने अगले 15 दिन में एक्सप्रेसवे शुरू होने की उम्मीद जताई है। उधर, मौखिक आदेशों के बाद अब एनएचएआई के अधिकारी भी द्वारका एक्सप्रेसवे को अंतिम रूप देने में जुट गए हैं। ‎मिली जानकारी के अनुसार द्वारका एक्सप्रेसवे के शुरू होने की अटकलें तेज हो गई हैं। इसके लिए मंगलवार को केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की। बैठक में गुरुग्राम के हिस्से वाले द्वारका एक्सप्रेसवे को खोलने के लिए सहमति बनी है। केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों को मौखिक आदेश जारी कर दिए हैं। अधिकारियों के मुताबिक इस माह लोगों को इस मार्ग पर यातायात की सुविधा मिलने लगेगी। जल्द ही औपचारिक रूप से इसके लोकार्पण की भी घोषणा की जाएगी।  
जानकारी के अनुसार मंगलवार को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी अगले 15 दिनों में एक्सप्रेस वे को शुरू करने की सहमति दी है। एक्सप्रेसवे को चार हिस्सों में विभाजित किया गया है। इसमें पहला हिस्सा महिपालपुर के पास शिव मूर्ति से द्वारका तक का है। दूसरा द्वारका अर्बन एक्सटेंशन रोड से बजघेड़ा तक है। तीसरा हिस्सा बजघेड़ा से बसई रेल ओवरब्रिज, दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर का है। चौथा हिस्सा बसई आरओबी से खेड़की दौला तक है। इसमें गुरुग्राम में पड़ने वाले राजमार्ग के हिस्से में क्लोवरलीफ इंटरचेंज शामिल है, यह दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे (एनएच -48) और खेड़की दौला के पास दक्षिणी पेरिफेरल रोड (एसपीआर) को जोड़ेगा।
बैठक में खेड़की दौला टोल प्लाजा को हटाने की भी चर्चा की गई। टोल की समय अवधि पूरी हो चुकी है। राज्य सरकार भी टोल शिफ्ट करने के लिए दूसरी जगह देने को तैयार है। ऐसे में जल्द से जल्द इस टोल को शिफ्ट किया जाए। ‎नि‎तिन गडकरी ने राव को बताया कि टोल वसूली के लिए नई योजना तैयार कर ली गई है। कंपनी गुरुग्राम -रेवाड़ी -पटौदी राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण को लेकर गंभीर नहीं है। निर्माण कार्य धीमी गति से चल रहा है। इस पर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों ने कहा कि कंपनी के साथ बैठक कर निर्माण कार्य की समीक्षा की गई है। इस दौरान जुलाई तक निर्माण कार्य पूरा कर लेने के निर्देश दिए गए हैं।