जयपुर । राजस्थान में कांग्रेंस भी बीजेपी के गुजरात चुनाव मॉडल को अपनाने जा रही है। ‎फिलहाल सीएमस अशोक गहलोत को आलाकमान ने फ्री हैंड दे ‎दिया है, जा‎हिर है ‎कि वे अपने ‎हिसाब से यहां चुनावी माहौल तैयार करेंगे। बतादें ‎कि साल के आखिर में राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं। बीजेपी और कांग्रेस समेत तमाम दलों ने चुनावी तैयारियां शुरू कर दी हैं। एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी राजस्थान में सत्ता वापसी की जद्दोजहद में लगी हुई है वहीं कांग्रेस भी सरकार दोहराने की तैयारियों में लगी हुई है। ऐसे में दोनों ही पार्टियों ने अपनी-अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी हैं। राजस्थान की राजनीति की जानकारी रखने वाले विशेषज्ञों का मानना है कि गहलोत इन दिनों फ्रंटफुट पर खेल रहे हैं। विशेषज्ञों का यहां तक मानना है कि राजस्थान चुनाव के लिए कांग्रेस आलाकमान ने गहलोत को फ्रीहैंड दे रखा है यानि कि राजस्थान विधानसभा चुनाव से संबंधित फैसलों को लेने के लिए गहलोत को स्वतंत्रता दी गई है। ऐसे में यह भी माना जा रहा है कि राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस बीजेपी के गुजरात चुनावी मॉडल को अपना सकती है। 
बता दें कि गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अपने कई वर्तमान विधायकों का टिकट काट दिया था। इसके बाद जो नतीजे आए वो चौंकाने वाले थे। पिछले साल हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अब तक की सबसे बड़ी जीत हासिल करते हुए इतिहास रच दिया था। पिछले साल गुजरात में विधानसभा चुनाव हुए थे। इन चुनावों में बीजेपी ने अब तक की सबसे बड़ी जीत दर्ज की थी। इन चुनावों में भाजपा ने 156 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इस दौरान भाजपा ने गुजरात में अपने कई वर्तमान विधायकों का टिकट काट दिया था। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसा ही मॉडल राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार अपनाना चाह रही है। ऐसी संभावना है कि राजस्थान में भी कई वर्तमान विधायकों का टिकट काटा जा सकता है।
इस साल दिसंबर में राजस्थान में विधानसभा चुनाव कराने की संभावना बन रही है। ऐसे में माना जा रहा है कि गहलोत अपने कई विधायकों का टिकट काट सकते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, गहलोत ने पिछले दिनों एक सर्वे करवाया था। इस सर्वे में कुछ विधायकों को अच्छे नंबर नहीं मिले थे। ऐसे में गहलोत ने अपने विधायकों को इशारों-इशारों में यह संकेत दे दिया है कि राजस्थान की जनता कुछ विधायकों के कामकाज से संतुष्ट नहीं है। ऐसे में उन विधायकों का टिकट काटा जा सकता है। बदा दें कि इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने राजस्थान के विधायकों का सर्वे करवाया था। सर्वे में कुछ विधायकों का फीडबैक अच्छा नहीं आया था।