बिलासपुर ।  कलेक्टर अवनीश शरण एक बार फिर शाम होते ही सिम्स पहुंच गए। अलग अलग वार्डो में जाकर निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मरीजों को परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता अमानक पाई तो ठेकेदार पर एक लाख रुपए का जुर्माना ठोंक दिया है।
विधानसभा चुनाव खत्म होते ही प्रशासन सिम्स की अव्यवस्था दूर करने के लिए कमर कस ली है। अचार संहिता लगने के बाद हाईकोर्ट के आदेश पर आला अधिकारियों ने सिम्स की व्यवस्था सुधारने का प्रयास किया। इसके बाद कलेक्टर अवनीश शरण लगातार सिम्स जाकर वह निरीक्षण कर रहे है। गुरुवार को अवनीश शरण फिर से शाम 7 बजे सिम्स पहुंच गए। अलग अलग वार्डों में जाकर मरीजों से मिले उनसे बात की और समस्या की जानकारी ली। सिम्स की और से मिल रही सुविधाओं के बारे में भी मरीजों से पूछा। निरीक्षण के दौरान उन्हें पता चला कि मरीजों को जो भोजन परोसा जा रहा है वह दोयम दर्जे का है तो वो तत्काल भोजन की गुणवत्ता देखने पहुंच गए। मरीजों के लिए बने भोजन की गुणवत्ता अमानक पाया गया तो ठेकेदार पर 1 लाख रुपए की जुर्माना लगाने निर्देश दे दिए है। सिम्स में मरीजों को भोजन परोसने का काम फिलिप्स केटर्र्स को मिला हुआ है। बताया जा रहा है की इस कंपनी को पिछले आठ नौ साल से सिम्स में मरीजों को भोजन कराने का ठेका मिल रहा है। ऊपर के अधिकारियों से संचालक की जोरदार सेटिंग है। राजधानी बैठे अधिकारी ठेकेदार की शिकायत सुनने के लिए तैयार नहीं रहते, कोई सुनवाई भी नही होती।