मध्य प्रदेश में पिछले 20 वर्षों के अंतराल में भारतीय जनता पार्टी की सरकार की कार्यकाल के अंतर्गत जिस तरह से जनहितकारी योजनाओं का विकास अनवरत रूप से दिखाई दिया है उसी क्रम में अब परिवहन क्रांति की शुरुआत मध्यप्रदेश के इंदौर महानगर से प्रारंभ हो चुकी है, और आने वाले समय में शीघ्र ही राजधानी भोपाल से भी यह परिवहन क्रांति प्रारंभ हो जाएगी । इसी क्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर में मेट्रो ट्रायल रन के दौरान कहा कि इंदौर ने आज टेंपो से लेकर मेट्रो तक का सफर तय कर लिया है । कार्यक्रम के इस अवसर पर हजारों की संख्या में इंदौर वासियों ने मेट्रो ट्रेन को देखा और कई तरह के मनोरंजन कार्यक्रमों का आनंद लिया । निश्चित रूप से इंदौर जैसे मिनी मुंबई कहे जाने वाले शहर के लिए आने वाले चार-पांच महीने के अंतराल में शुरुआत होने जा रही मेट्रो ट्रेन किसी वरदान से कम साबित नहीं होगी ।

मध्य प्रदेश के विकास में अब परिवहन विकास का प्रारंभ ।

इंदौर महानगर में मेट्रो ट्रेन के ट्रायल रन के अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जो सबसे अधिक महत्वपूर्ण और संवेदनशील चर्चा की उसके अनुसार मध्य प्रदेश में विकास अपनी ऊंचाइयां छूते हुए पिछड़े हुए प्रदेश से अब विकासशील प्रदेश की ओर बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है उसी क्रम में मेट्रो ट्रेन का प्रारंभ परिवहन विकास के रूप में इंदौर को एक नवीन दिशा प्रदान करेगा । प्रदेश के मुख्यमंत्री का कहना है कि आने वाले वर्ष 2028 तक अर्थात कुंभ जब तक उज्जैन में पुनः आएगा तब तक इंदौर से उज्जैन तक मेट्रो प्रारंभ हो चुकी होगी एवं इंदौर से उज्जैन महाकाल के दर्शन करने एवं कुंभ दर्शन का लाभ लेने के लिए यात्री वर्ष 2028 तक मेट्रो ट्रेन से जा सकेंगे । इंदौर शहर वासियों का मानना है कि यह परिवहन के रूप में एक बड़ी क्रांति है । इंदौर एमपी की आर्थिक राजधानी है। इसे मिनी मुंबई भी कहा जाता है। मेट्रो ट्रायल रन के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इंदौर ने आज टेम्पो से मेट्रो तक का सफर तय कर लिया है। शहर में मेट्रो रेल के प्रायोगिक परीक्षण की शुरुआत नई परिवहन क्रांति है। चौहान ने कहा कि शहर में मेट्रो रेल की यात्रा दो पहिया वाहन की यात्रा से भी सस्ती साबित होगी। लोक परिवहन के इस आधुनिक साधन से अमीर और गरीब लोगों के बीच की खाई मिटेगी।

मेट्रोपॉलिटन अथॉरिटी के रूप में विकसित होगा इंदौर ।

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि शहर में अगले पांच-महीने में मेट्रो का वाणिज्यिक परिचालन शुरू कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर से पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र और धार्मिक नगरी उज्जैन तक मेट्रो रेल का विस्तार किया जाएगा। चौहान ने यह घोषणा भी की कि इंदौर और इसके आस-पास के क्षेत्र को मेट्रोपॉलिटन अथॉरिटी घोषित किया जाएगा। ताकि इस इलाके का तेज गति से विकास हो सके।
वहीं, अधिकारियों ने बताया कि शहर के गांधी नगर स्टेशन से सुपर कॉरिडोर के स्टेशन क्रमांक-तीन के बीच 5.9 किलोमीटर के सर्वोच्च प्राथमिकता वाले गलियारे पर तीन डिब्बों वाली मेट्रो रेल का प्रायोगिक परीक्षण किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मेट्रो रेल की सवारी भी की। अधिकारियों ने बताया कि शहर में 7,500.80 करोड़ रुपए की कुल लागत वाली मेट्रो रेल परियोजना के पहले चरण की नींव 14 सितंबर 2019 को रखी गई थी। इसके तहत शहर में करीब 31.50 किलोमीटर लम्बा मेट्रो रेल गलियारा बनाया जाना है।