भोपाल । प्रदेश के कूनो पालपुर अभयारण्य के पश्चिम रेंज में प्राइवेट चालक की नौकरी करने वाले युवक ने चीतों की मौत को लेकर बडी बात कही है। चालक ने पार्क प्रबंधन पर आरोप लगाया है कि चीतों की मौत सड़ा मास खिलाने और भूखा रखने के कारण हुई है। चालक  ने इसका एक वीडियो भी जारी किया है।पालपुर परिश्चम रेंज में चालक की नौकरी करने वाले सुनील ओझा ने बताया कि, वह पिछले साढ़े 13 महीने से नौकरी कर रहा था। चीतों को लिए पाड़े का मांस लाने की जिम्मेदारी उसकी थी। उसका कहना है कि, श्योपुर से एक व्यक्ति पिकअप गाड़ी गाड़ी में जिंदा पाड़े लेकर आता था, जिनको पालपुर के पास की काटा जाता था।पाड़े के मीट को वह खुद ही फ्रीज में रखते थे, उनका कहना है कि चीतों को ताजा मांस नहीं दिया जाता था कई दिनों तक रखा हुआ मांस खिलाया जाता था। इतने चीतों के लिए सिर्फ 2 पाड़ों का मास कटवाकर मंगवाया जाता था, जबकि कागजों में प्रतिदिन 5-6 पाड़ों का मास खिलाया जाता है।दो महीने की उसकी ड्यूटी आशा मादा चीतों के पीछे लगाई गई थी। चीतों को जंगल में छोड़ने के बाद उनकी कोई देखरेख नहीं गई। सुनील ने वीडियों में ये भी आरोप लगाया है कि, उसने चीते आए तब से पूरी घटनाए अपने मोबाइल में कैद कर ली थी, लेकिन जब अधिकारियों को इस बारे में पता चला तो उन्होंने मोबाइल छुड़ा लिया है आज भी मेरा मोबाइल उनके कब्जे में है। सुनील का कहना कि मैने इस बार में एसडीओ सहित बड़े अधिकारियों भी बताया लेकिन किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की। डीएफओ पीके वर्मा का कहना है कि, कूनो में ऐसे 100 लेवर काम करती है। मैं किसी सुनील नामक ड्राइवर को नहीं जानता है और वह इस तरह की बात बोल रहा है तो गलत है। बहरहाल चालक के आरोपों में कितनी सच्चाई है यह तो जांच के बाद ही साफ हो पाएगी, लेकिन पार्क में लगातार हुई चीतों की मौत से सभी अचंभित है।