मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव का बिगुल बज गया है। भाजपा-कांग्रेस समेत सभी पार्टियों ने अपने उम्मीदवार भी चुनाव के मैदान में उतार दिए हैं। इधर चुनाव आयोग ने उम्मीदवारों के नामांकन फार्म लेने और भरने की प्रक्रिया शनिवार से शुरू कर दी थी। पहले दिन नगर से एक भी नामांकन दाखिल नहीं हुए, लेकिन महानवमीं के दिन शुभ मुहूर्त में भाजपा और कांग्रेस के छह उम्मीदवार अपना नामांकन पत्र भरने कलेक्ट्रेट पहुंचे।

आठों विधानसभा से उम्मीदवारों ने नामांकन फार्म दाखिल किए

जबलपुर की शहर और ग्रामीण की आठों विधानसभा से भाजपा के दो और कांग्रेस के छह उम्मीदवारों ने अपने नामांकन फार्म दाखिल किए। भाजपा से जहां पनागर विधानसभा के विधायक सुशील इंदु तिवारी ने फार्म जमा किया तो वहीं पूर्व विधानसभा से अंचल सोनकर ने फार्म भरा। इधर कांग्रेस के चार विधानसभा से चार उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया। इनमें पूर्व से लखन घनघोरिया, उत्तर से विनय सक्सेना, बरगी से संजय यादव और सिहाेरा से एकता ठाकुर थे। सभी ने शुभ मुहूर्त पर फार्म भरने के लिए खास तैयारी की थी। कोई अपने साथ सीए और वकील लेकर आया तो कोई मुहूर्त का ज्ञान रखने वाले को साथ लेकर चल रहा था।

दोपहर 2.30 से 3.00 बजे के बीच भरे गए फार्म

पहले दिन भाजपा और कांग्रेस, दोनों के उम्मीदवारों ने नामांकन फार्म जमा करने में शुभ मुहूर्त का खास ध्यान रखा। सभी छह उम्मीदवारों ने दोपहर 2.30 से 3.00 बजे के शुभ मुहूर्त पर अपने फार्म जमा किए। भाजपा के सुशील तिवारी ने दोपहर 2.46 बजे पर ही फार्म तय किया। इसके लिए उन्होंने फार्म भरने से जुड़ी सभी तैयारी तय समय पर कर ली थी। उन्होंने पनागर विधानसभा के रिटर्निंग रूम में पहुंचकर एक ही फार्म जमा किया। इधर लखन घनघोरिया ने भी महानवमीं पर्व पर फार्म जमा करने यहां आए। वे दोपहर दो बजे कलेक्ट्रेट पहुंचे और लगभग दोपहर 2.50 पर फार्म भर दिया। इधर कांग्रेस के विनय सक्सेना, संजय यादव, एकता ठाकुर ने दोपहर ढ़ाई से तीन बजे के बीच अपने फार्म जमा किए। अंचल सोनकर तय समय पर रिटर्निंग रूम पहुंच गए, लेकिन दस्तावेजों में कुछ कमियों को पूरी करने में समय लगा, जिस वजह से उन्हें फार्म जमा करने में समय लगा। गए।

सख्त सुरक्षा, पुलिस पुख्ता

कलेक्ट्रेट में नामांकन भरने वालों में अधिकांश उम्मीदवार दोपहर दो बजे पहुंच गए थे। इनके साथ कई कार्यकर्ता भी रहे, लेकिन प्रवेश उम्मीदवारों के साथ चार अन्य लोगों को दिया गया। इनमें मुख्य तौर पर वकील और सीए के साथ ज्योतषी साथ रहे। वहीं कलेक्ट्रेट परिसर से लेकर प्रशासनिक भवन और रिटर्निंग रूम तक आम दिनों की तरह चहल-पहल नहीं थी। पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। मुख्य प्रवेश द्वार से लेकर रिटर्निग कक्ष तक पहुंचने के लिए पुलिस ने तीन बैरीकेट लगाए। हर प्रवेश करने वालों को बिना परिचय पत्र के प्रवेश करने नहीं दिया। इधर उम्मीदवारों के साथ आम कार्यकर्ता भी आए, लेकिन उन्हें मुख्य प्रवेश द्वार के बाहर ही रोक दिया गया।