छत्तीसगढ़ में बस्तर के अंदरूनी इलाकों में एक बार फिर से हवाई हमला हुआ है। सुकमा-बीजापुर जिले की सरहद पर बसे ग्रामीणों ने फोर्स पर आरोप लगाया है कि ड्रोन और हेलीकॉप्टर से बम गिराए गए हैं। ग्रामीणों ने फटे हुए बम के अवशेष दिखाए हैं। उनके मुताबिक हवाई हमले में कुछ लोगों को मामूली चोटें भी आई हैं। वहीं अफसर इस पर कुछ भी नहीं कह रहे हैं।

गांव के भीमा ने बताया कि जब्बागट्टा, मीनागट्टा, कवरगट्टा, भट्टिगुड़ा समेत मोरकोमेट्टा पहाड़ी में ड्रोन से हमला किया गया । 3 दिन पहले सुबह करीब 6 बजे गांव और जंगल में बम गिराए गए। साथ ही हेलीकॉप्टर से फायरिंग भी की गई। गांव वालों का आरोप है कि फोर्स की तरफ से की गई इस कार्रवाई में कुछ ग्रामीण घायल भी हुए हैं। जिमनें महिलाएं भी शामिल हैं। इनकी हालत सामान्य हैं।

ग्रामीणों ने कहा कि, इलाके के लोग अपने खेतों में काम कर रहे थे। कुछ लोग महुआ बीनने जंगल की तरह गए हुए थे। इसी बीच हवाई हमला किया गया। जिससे सभी अपनी जान बचाकर भागने लगे। किसी तरह सभी ने अपने-अपने घरों में घुसकर जान बचाई। इस बमबारी से लोग दहशत में हैं। इसलिए अब कोई भी महुआ बीनने या फिर खेत में काम करने नहीं जा रहा।

खेत में काम कर रहे और महुआ बीन रहे लोगों पर ड्रोन हमले के बारे में जब अफसरों से बात की गई तो वो इसके बारे में कुछ भी नहीं कह रहे हैं। उनके मुताबिक उनकी ओर से अटैक नहीं किया गया है। हवाई हमला को लेकर छत्तीसगढ़ के आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि, मुझे इसकी जानकारी नहीं है और न ही सरकार को इसके बारे में पता है। अगर हवाई हमला हुआ होगा तो यह गलत है। ऐसा नहीं होना चाहिए।