नई दिल्ली । लोकसभा चुनाव में कुछ माह शेष बचे हैं। यह देखकर सभी पार्टियों ने मीटिंग का दौर शुरू कर दिया है। मंगलवार को भी बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भाजपा महासचिव (संगठन) बीएल संतोष के साथ 2024 के लोकसभा चुनावों पर बैठक की। जिसमें दक्षिण में पार्टी की पकड़ को मजबूत करने को लेकर चर्चा हुई जिसमें कई अहम फैसले भी लिए गए।
भाजपा महासचिव विनोद तावड़े ने कहा कि शाह और नड्डा ने सभी क्लस्टर प्रभारियों के साथ विचार-विमर्श किया और महिलाओं और पहली बार मतदाताओं तक कैसे पहुंचा जाए, इस पर भी चर्चा हुई। तावड़े ने कहा, बैठक का फोकस इस पर था कि बूथ स्तर पर संगठन को कैसे मजबूत किया जाए, उन बूथों पर विशेष जोर दिया जाए जहां भाजपा अपेक्षाकृत कमजोर है। साथ ही उन क्षेत्रों के बारे में जहां भाजपा कम मजबूत है, वहां तमिल संगमम की तरह कार्यक्रम किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने दक्षिणी राज्यों, पश्चिम बंगाल और बिहार में मतदाताओं और लाभार्थियों तक पहुंचने के लिए विशेष योजनाएं और कार्यक्रम तैयार किए हैं। बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव को जीतने के लिए बीजेपी ने 543 लोकसभा सीटों को 146 समूहों में विभाजित कर प्रत्येक क्लस्टर का प्रभारी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता को बनाया है। जो बारीकी से चुनाव की गतिविधियों पर नजर रख सकते हैं। 
दरअसल बीजेपी दक्षिण में अपनी पकड़ को मजबूत करने में जुटी हुई है। साल 2019 में बीजेपी ने केरल में 14 सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन वहां पार्टी अपना खाता खोलने में भी नाकाम रही। इसके बाद अब इस बार लोकसभा चुनाव में पार्टी साउथ में अपने पैर को मजबूत करने की योजना में लगी हुई है। इस बार बीजेपी साउथ में भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराने की कोशिश में है, इस लेकर बीजेपी नेता ताबड़तोड़ मीटिंग कर रहे हैं।