बिलासपुर  ।    रेलवे नार्थ ईस्ट इंस्टीट्यूट का नजारा सोमवार को देखने लायक था। अवसर था 12 वीं अखिल भारतीय रेलवे सुरक्षा बल बैंड प्रतियोगिता का। देशभर के अलग-अलग रेलवे से पहुंची आरपीएफ की बैंड टीम ने ऐसी धुन बजाई कि रेलवे अफसर से लेकर कर्मचारी व आम लोग भी मंत्रमुग्ध हो गए। तालियों की गड़गडहाट के साथ सभी ने सुरक्षा के इन जवानों का उत्साहवर्धन किया। इस प्रतियोगिता की मेजबानी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे सुरक्षा बल को दी गई थी। इस दौरान 24 नवंबर को एनई इंस्टीट्यूट मैदान में प्रतियोगिता का शुभारंभ रेलवे सुरक्षा बल के महानिरीक्षक-सह-प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त मुनव्वर खुर्शीद के मुख्य आतिथ्य हुआ। वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त दिनेश सिंह तोमर द्वारा सभी प्रतियोगियों का स्वागत किया। इसके अलावा मुख्य अतिथि द्वारा उद्बोधन पश्चात प्रतियोगिता के आरंभ की घोषणा की गई। 25 व 26 नवंबर को अखिल भारतीय रेलवे सुरक्षा बल बैंड प्रतियोगिता आयोजित की गई। चूंकि देशभर से अलग-अलग रेलवे के बैंड टीम इस प्रतियोगिता में शामिल होने वाली थी। इसलिए निर्णय पूरी तरह पारदर्शी रहे अलग से निर्णायक मंडल बनाया गया। इसके सदस्य भारतीय सेना के अनुभवी अधिकारी थे, जो सिकंदराबाद से विशेष आग्रह पर पहुंचे थे।

दो दिन तक चली इस प्रतियोगिता के बाद सोमवार शाम अखिल भारतीय रेलवे सुरक्षा बल बैंड प्रतियोगिता का समापन किया गया। इसके मुख्य अतिथि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कुमार थे। समापन के दौरान बैंड टीम ने प्रस्तुति दी। इस दौरान पैदल चलते धुन बजाई तो ओवरचुर, ग्लेडियर, चन्ना बिलोरी और वीर गोरखा धुन प्रस्तुत किया। एक तरह की वेशभूषा और हाथों में अलग-अलग बैंड बजाते इन जवानों को देख सभी प्रभावित हुए। उनकी धुन इतनी जबरदस्त थी कि हर एक प्रस्तुति में तालियों से हौसला बढ़ाया गया।मैदान का यह माहौल देख कलाकार भी जोश में नजर आए और एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर लोगों का मन व दिल दोनों जीत लिया। समापन के अवसर पर मुख्य अतिथि के अलावा महानिरीक्षक-सह-प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त, उप-महानिरीक्षक-सह-मुख्य सुरक्षा आयुक्त, मंडल रेल प्रबंधक, वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त के अलावा विभागाध्यक्ष, स्थानीय पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं रायपुर व नागपुर रेलवे अधिकारी उपस्थित रहे। बैंड की टीमों ने अपनी धुनों पर बेहतरीन प्रर्दशन करते हुए मार्च पास्ट कर अपनी प्रतिभा का अनुपम प्रदर्शन किया।

15 इकाइयों के 238 बल सदस्य थे शामिल

अखिल भारतीय स्तर की इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए 12 क्षेत्रीय रेल के अलावा जेआर आरपीएफ एकेडमी लखनऊ व रेसुविबल सहित 15 इकाइयों के 238 बल सदस्य शामिल हुए। इस कार्यक्रम को लेकर मेजबान ने मैदान को दुल्हन की तरह सजाया था। इसकी वजह से कार्यक्रम और बेहतर ढंग से संपन्न हुआ।

नई दिल्ली की बैंड सबसे बेहतर, जीता विजेता का खिताब

समापन के अवसर पर मुख्य अतिथि ने प्रतियोगिता के निर्णय की घोषणा की। इस दौरान प्रथम स्थान रेलवे सुरक्षा विशेष बल- एक, दया बस्ती नई दिल्ली की टीम रही। वहीं द्वितीय स्थान दक्षिण मध्य रेलवे सिकंदराबाद तथा तृतीय स्थान दक्षिण पूर्व रेलवे खड़गपुर ने हासिल किया। इसी तरह बिगुल प्रतियोगिता में प्रथम व तृतीय स्थान रेलवे सुरक्षा विशेष बल-I, दया बस्ती नई दिल्ली रहीं। इसके अलावा द्वितीय स्थान उत्तर रेलवे,नई दिल्ली ने प्राप्त किया। पाइप बैंड प्रतियोगिता में अन्य कोई प्रतिभागी न होने के कारण रेलवे सुरक्षा विशेष बल-दो को विजेता घोषित किया गया। मुख्य अतिथि के हाथों विजेता व उपविजेताओं को पुरस्कार वितरण किया गया। इसके अलावा निर्णायक मंडल को स्मृति चिन्ह भेंट की गई।

राउत नाच, गेडी नृत्य व पंडवानी गीत की शानदार प्रस्तुति

इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रीय रेलों से आए बैंड के प्रदर्शन के साथ छत्तीसगढी राउत नाचा, गेडी नृत्य तथा पंडवानी गीत की प्रस्तुति ने सांस्कृतिक कार्यक्रम और भी खास बना दिया। यह प्रस्तुति देख दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। कार्यक्रम की समाप्ति की घोषणा के बाद कार्यक्रम में आए सभी अधिकारियों व प्रतियोगियों के लिए भोज की व्यवस्था की गई थी।