छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में बुधवार रात एक ही परिवार के 3 लोगों की गला काटकर हत्या कर दी गई। मृतकों में पति-पत्नी और उनकी बेटी शामिल है। सूचना मिलने पर गुरुवार को SP डी. रविशंकर सहित पुलिस फोर्स डॉग स्क्वाड और FSL की टीम पहुंच गई है। आशंका जताई जा रही है कि तीनों पर कुल्हाड़ी और चाकू जैसे धारदार हथियार से वार किया गया है। मामला सिटी कोतवाली क्षेत्र का है। 

जानकारी के मुताबिक, घोलेंग गांव के कदमटोली निवासी अर्जुन तेंदुआ (46) अपनी पत्नी फिरनी बाई (42) और बेटी संजना (19) के साथ रहता था। जबकि उसका बड़ा बेटा वहां से करीब 50 मीटर दूर अपनी पत्नी के साथ रहता है। बताया जा रहा है कि दशहरा के दिन त्योहार मनाने के बाद सभी ने साथ में रात करीब 8.30 बजे खाना खाया और फिर सोने चले गए। अगले दिन गुरुवार को जब बेटा घर पहुंचा तो हत्या का पता चला। घर के अंदर तीनों के शव जमीन पर पड़े हुए थे। अर्जुन का शव दरवाजे के पास, जबकि मां-बेटी के अंदर थे। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि तीनों ने बचने के लिए भागने का भी प्रयास किया होगा। फिलहाल पुलिस ने मौके पर पहुंच जांच शुरू कर दी है। हालांकि अभी तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। अर्जुन का बड़ा भाई भी वहीं से करीब 100 मीटर दूरी पर रहता है और ट्रैफिक पुलिस में सिपाही है। 

बताया जा रहा है कि मोहल्ले में बने रामनवमी चबूतरा के बगल से अर्जुन अपने मकान की दीवार खड़ी कर रहा था। बस्ती वालों ने विरोध किया। इसी बात को लेकर रामनवमी के दिन ज्यादा हंगामा हो गया। इस पर जशपुर पैलेस के लोगों ने बीच-बचाव कर विवाद का निपटारा करा दिया था। इसके बाद अर्जुन ने थोड़ी दूर से मकान की दीवार बनवा ली थी। बताया जा रहा है कि तभी से विवाद की स्थिति बनी हुई थी। 

जशपुर SP डी. रविशंकर ने बताया कि अर्जुन का परिवार काफी गरीब था। उसकी पत्नी फिरनी बाई को स्वास्थ्य पंचायत समन्वयक की नौकरी मिल गई। इसके बाद वह मितानिन परिवार की कोर्डिऑनेटर बन गई थी। इसके चलते उनकी आर्थिक स्थिति सुधरने लगी। अर्जुन मजदूरी करता था। इसे लेकर भी लोगों में जलन थी। वहीं जादू-टोने, जमीन विवाद को लेकर भी हत्या किए जाने की आशंका है।