गुवाहाटी| असम के डीजीपी ने भारतीय सेना के तहत पुलिस प्रशिक्षण का उद्घाटन किया है। राज्य के सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने के लिए असम सरकार ने 2 हजार 570 ट्रेनी की भर्ती की है और पांच नई कमांडो बटालियन की स्थानपना की जा रही है। रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय सेना सात अलग-अलग जगहों पर असम पुलिस कमांडो को ट्रेनिंग दे रही है। असम पुलिस के महानिदेशक भास्कर ज्योति महंत और जीओसी गजराज कोर के लेफ्टिनेंट जनरल दिनेश सिंह राणा ने शुक्रवार को गुवाहाटी में नारंगी छावनी में नए भर्ती हुए असम पुलिस ट्रेनी को संबोधित करते हुए असम पुलिस कमांडो प्रशिक्षण शुरू करने का ऐलान किया है।

लेफ्टिनेंट जनरल दिनेश सिंह राणा ने ट्रेनी को संबोधित करते हुए किसी भी स्थिति से निपटने में कानून-व्यवस्था के भविष्य के संरक्षकों की मदद के लिए भारतीय सेना द्वारा प्रदान किए जा रहे प्रशिक्षण के महत्व पर प्रकाश डाला। दिनेश सिंह राणा ने कठोर चयन प्रक्रिया के माध्यम से चयनित होने के लिए ट्रेनी की सराहना की और उन्हें असम पुलिस के आदर्श वाक्य 'हमेशा आपकी सेवा में' तत्पर का पालन करने के लिए प्रोत्साहित किया।

पुलिस प्रशिक्षण के उद्घाटन समारोह में विभिन्न सैन्य और नागरिक उच्च पदाधिकारी ने हिस्सा लिया। जिनमें के.वी. सिंह देव, विशेष पुलिस महानिदेशक (अभियोजन एवं बीआईईओ) बीके. मिश्रा, एडीजीपी (ओएसडी) मुन्ना प्रसाद गुप्ता, एडीजीपी मेजर जनरल एस मुरुगेसन, रंगिया में भारतीय सेना के गठन के जीओसी, गुवाहाटी के आयुक्त हरमीत सिंह के अलावा अन्य व्यक्ति मौजूद रहे।

रिपोर्ट के अनुसार, विशेष रूप से भारतीय सेना और असम पुलिस 1990 के दशक से राज्य में विद्रोहियों के खिलाफ ज्वाइंट रूप से काम कर रही है। इन ज्वाइंट अभियानों ने राज्य में काफी हद तक सामान्य स्थिति लाने में प्रमुख भूमिका निभाई है। बुनियादी सैन्य और उच्च प्रशिक्षण को शामिल करने के लिए सेना के योग्य प्रशिक्षकों द्वारा 40 सप्ताह तक प्रशिक्षण दिया जाएगा।