नई दिल्ली । इंडिया गठबंधन में शामिल पार्टियों के बीच सीट बंटवारे को लेकर खींचतान चल रही है। ‎दिल्ली में हुई बैठक में जहां सीटों के बंटवारे पर मंथन जारी है, वहीं दिल्ली, बिहार में कांग्रेस बंटवारे पर सहमत नजर आ रही है। इसी वजह से सपा के नेता भड़क गए हैं। क्यों‎कि यूपी में सहयोगी दल सपा से स्थिति पेंचीदगी भरी दिखाई दे रही है। हालां‎कि पहली बैठक के बाद दोनों दलों के नेताओं की फोन पर बातचीत हुई। सपा ने कांग्रेस के साथ प्रस्तावित सीटों पर प्रत्याशियों की सूची जारी करने की बात कही। बताया जा रहा है कि यह बात कांग्रेस को अखर गई है। यही वजह है ‎कि दोनों दलों के बीच दूसरे राउंड की बैठक पटरी से उतर गई। एक धड़ा कह रहा है ‎कि सपा को कांग्रेस के साथ बढ़ता बसपा का संपर्क रास नहीं आ रहा है। इसके पहले 12 जनवरी को कांग्रेस ने सपा को फोन कर बैठक टालने की जानकारी दी। कांग्रेस ने कहा था ‎कि बैठक को लेकर उसकी तैयारी पूरी नहीं है। ऐसे में सपा पदाधिकारी भड़क गए। सपा मीडिया सेल ने ‘एक्स’ पर पोस्ट में कांग्रेस पर धोखेबाजी का आरोप लगाया। हालां‎कि इस पोस्ट को सपा ने देर रात हटा लिया। 
वहीं पार्टी के प्रवक्ता फकरुल हसन ने कहा कि इसमें गलत क्या है। हम कांग्रेस से जिताऊ प्रत्याशियों के नाम दो महीने से मांग रहे हैं। उधर, कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने कहा कि सपा को गठबंधन को नुकसान पहुंचाने वाले तत्वों को दूर करना होगा, तभी बीजेपी से मुकाबला कर सकते हैं। गौरतलब है ‎कि यूपी में लोकसभा सीटों पर बंटवारे के लिए इंडिया गठबधंन की पहली बैठक 9 जनवरी को हुई। इसमें कांग्रेस, सपा के पदाधिकारी शामिल थे। सूत्रों के मुताबिक यूपी कांग्रेस ने पहली बैठक में इंडिया गठबंधन के तहत उत्तर प्रदेश में 35  सीटों पर दावा किया था। इस दौरान सपा की तरफ से इन सीटों पर प्रत्याशियों के नाम भी मांगे गए।