राजसमंद । राजस्थान के राजसमंद में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भारतीय नेताओं की कथनी और करनी में अंतर होने से जनता का उन पर विश्वास धीरे-धीरे खत्म होता चला गया। विश्वास का यह संकट कांग्रेस ने गहरा किया है। राजनाथ शुक्रवार को राजसमंद से भाजपा प्रत्याशी दीप्ति माहेश्वरी और नाथद्वारा से विश्वराज सिंह मेवाड़ की नामांकन सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस खत्म होते विश्वास को चुनौती के तौर पर किसी ने लिया है तो वह हैं नरेंद्र मोदी और पार्टी का नाम है भाजपा।
राजनाथ सिंह ने कांग्रेस की तुलना वल्र्ड कप में पाकिस्तानी टीम से भी की। उन्होंने कहा कि ये चुनाव भी वल्र्ड कप से कम नहीं है। कांग्रेस की हालत भी राजस्थान में पाकिस्तानी टीम जैसी हो गई है। चुनाव शुरू होते ही कांग्रेस टूर्नामेंट से बाहर होते दिख रही है। भाजपा भारतीय टीम की तरह चैंपियन की तरह आगे बढ़ रही है।
हमारी सरकार आने दो, बदमाशों को उल्टा करेंगे
सिंह ने कहा कि राजस्थान में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब है। बच्चियां सुरक्षित नहीं है। यकीन कीजिए, आने दीजिए हमारी सरकार। जो गुंडे, बदमाश और मवाली होंगे, उन्हें उल्टा कर दिया जाएगा। राजस्थान में सांप्रदायिक तत्व तांडव कर रहे हैं और आप चैन की नींद सो रहे हैं। जाकर यूपी में देखिए, जरा भी किसी ने इधर-उधर करने की कोशिश की और...जय श्री राम। तुष्टीकरण की राजनीति नहीं होनी चाहिए। जाति-पंथ और मजहब की भी राजनीति नहीं होनी चाहिए। हिंदू-मुस्लिम की भी राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जयपुर में संप्रदाय विशेष की ओर से सडक़ पर मर्डर (रोडरेज) की घटना हो जाती है तो आप 50 लाख और डेयरी का बूथ दे देते हैं। आप उसे देते हैं तो भीलवाड़ा के तापडिय़ा और चित्तौडग़ढ़ के सोनी को भी मिलना चाहिए। इनकी बात आती है तो आपकी (सीएम अशोक गहलोत) जुबान पर दही जम जाता है।
 सत्ताधारी दल की विधायक सुरक्षित नहीं है
राजनाथ ने कहा कि राजस्थान में सत्ताधारी दल की एक विधायक कहती हैं कि वह खुद सुरक्षित नहीं है। कौन है वो विधायक- दिव्या मदेरणा। लानत है। सत्ताधारी दल की विधायक को डर लगता है तो राजस्थान की बहू-बेटियों का क्या होगा। सिरोही, सांचौर और नागौर की बेटियों के साथ क्या हुआ। गहलोत साहब आपकी जुबान क्यों नहीं खुलती, कौन जवाब देगा। कांग्रेस की हालत ये है कि ये चलने लायक नहीं है। एक ही बात की चिंता है कि कहीं कुर्सी नहीं चली जाए। इन्हीं के एक मंत्री के पास लाल डायरी थी। आपको पता चला कि इस ?लाल डायरी में क्या था...उसमें भ्रष्टाचार था।