टीसीएस ने नौकरी के बदले रिश्वत मामले में छह कर्मचारी और छह स्टाफिंग फर्मों के खिलाफ कार्रवाई की है। टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने गुरुवार को कहा कि टीसीएस ने संविदा कर्मचारियों की नियुक्ति में कुछ स्टाफिंग फर्मों से लाभ लेने का दोषी पाए जाने के बाद छह कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की है।चंद्रशेखरन ने टीसीएस की 28वीं वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में बोलते हुए कहा कि कंपनी अपने तीन और कर्मचारियों की भूमिका की जांच कर रही है। शेयरधारकों के सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि हमने छह कर्मचारियों और छह स्टाफिंग कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है।

उन्होंने कहा कि कंपनी को फरवरी के अंत और मार्च में भारत और अमेरिका में हुई हायरिंग में गड़बड़ी से जुड़ी दो शिकायतें मिलीं थीं। ये शिकायतें बिजनेस एसोसिएट्स की भर्ती में पक्षपात करने और बदले में कुछ फायदा लेने से जुड़ी थीं। हमने इन शिकायतों की जांच कराई और छह कर्मचारियों को टाटा कोड ऑफ कंडक्ट के उल्लंघन का दोषी पाया और उन पर कार्रवाई की।टीसीएस के चेयरमैन चंद्रशेखरन ने कहा कि टीसीएस अपनी आपूर्तिकर्ता प्रबंधन प्रक्रिया की समीक्षा करेगी और उसे सख्त करेगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आगे नौकरी घोटाले जैसी घटनाएं दोबारा न हों। कंपनी आगे सप्लायर मैनेजमेंट प्रोसेस की जांच करेगी और कमजोरियों का पता लगाएगी।