मुंबई: Free Fire ऑनलाइन गेम के एडिक्शन के शिकार एक 14 साल के बच्चे ने सुसाइड कर लिया. सुसाइड से पहले बच्चे ने अपने पिता को फोन लगाया था लेकिन पिता किसी कारणवश फोन नहीं उठा सके थे.

कोरोना काल में स्कूल बंद तो बच्चे को दिया गया मोबाइल

तीर्थेश खानोलकर नाम का बच्चा सातवीं क्लास में पढ़ता था और क्रिकेट बहुत अच्छा खेलता था. कोरोना काल के दौरान जब स्कूल बंद हुए तो परिवार की तरफ से ऑनलाइन पढ़ाई करने के लिए बच्चे को मोबाइल फोन दिया गया था.

पढ़ाई के साथ ऑनलाइन गेम भी खेलने लगा बच्चा

इस दौरान बच्चे को मोबाइल का ऐसा एडिक्शन लगा कि वह पढ़ाई के साथ-साथ ऑनलाइन गेम भी खेलने लगा. ये बच्चा जो गेम खोलता था, उसका नाम फ्री फायर गेम है. इस गेम पर भारत सरकार की तरफ से रोक लगाई गई है.

खुदकुशी से पहले पिता को लगाया था फोन

बताया जा रहा रहा है कि खुदकुशी के पहले बच्चे ने अपने पिता को फोन किया लेकिन पत्नी के साथ मोटरसाईकिल पर होने के कारण पिता ने फोन नहीं उठाया. उसके बाद जब बच्चे को फोन लगाया तो फोन नहीं उठा. पुलिस ने खुदकुशी का मामला दर्ज किया है और बच्चे के फोन को सायबर पुलिस के पास जांच के लिए भेजा है. पुलिस इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही है Free Fire Game भारत में बैन होने का बावजूद बच्चे को कैसे मिला.

न्यूज़ सोर्स : ANJALI PATEL