गाडरवारा। नवाचारी शिक्षण में शिक्षण सहायक सामग्री छात्र अधिगम में बहुत सहायक है। कबाड़ के जुगाड़ एवं अनुपयोगी सामग्री से बेहतर शिक्षण सामग्री बनाई जा सकती है। जो न केवल छात्रों को जल्द सीखने में मदद करेगी अपितु पढ़ाई की तकनीक को विकसित करेंगी। उपरोक्त उदगार चीचली बीआरसी डी के पटेल ने गत दिवस बारहाबड़ा, तेन्दूखेड़ा(छोटा) में आयोजित शिक्षण सहायक सामग्री की प्रदर्शनी मे व्यक्त किये। विदित हो की गत दिनों उक्त स्थानों के अलावा  जनशिक्षा केंद्र चीचली , शाहपुर एवं करपगांव में भी शिक्षण सहायक प्रदर्शनी आयोजित की गई थी जिनमे शिक्षकों ने छात्रों के सहयोग से उपयोगी शिक्षण सहायक सामग्री का प्रदर्शन किया था। इस मौके  हर  जनशिक्षा केंद्र से हिंदी, गणित व विज्ञान के 9 प्रादर्श चयनित किये गए जो 11 मार्च को ब्लॉक चीचली में आयोजित खण्ड स्तर पर प्रदर्शित होंगे। शिक्षण सहायक सामग्री प्रदर्शनी में ग्राम बारहाबड़ा में बीएसी अरुण दुबे, मनीष श्रीवास्तव, चीचली में सत्यम ताम्रकार, शाहपुर में सीएसी अजय नामदेव, विपिन फौजदार ,  तेन्दूखेड़ा में संजय सोनी एवं करपगांव में अनूप पालीवाल, सुनीता सोनी सहित जनशिक्षा केंद्र प्रभारियों का सहयोग सराहनीय रहा।

न्यूज़ सोर्स : ANJALI PATEL