मासूम बच्चों के भविष्य से किया जा रहा है खिलवाड़
कीचड़ दलदल के कारण छात्र छात्राओं का शाला पहुंचना हो रहा दुश्वार
गोटेगांव अंतर्गत ग्राम नोनी करेलीगांव स्थित श्रीमती सुभद्राबाई सरदारसिंह लोधी शासकीय हाईस्कूल पर जाने वाली कच्ची सड़क से आवागमन में शाला में अध्ययनरत विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है जबकि शासन द्वारा विद्यार्थियों को साक्षर बनाने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाओं के माध्यम से भरपूर राशि उपलब्ध कराई जा रही है किंतु उसके बावजूद भी पंचायत द्वारा शासन की योजनाओं खुलेआम धज्जियां उड़ाकर पतीला लगाकर बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है जिसका परिणाम मासूम बच्चे भुगत रहे हैं ऐसे हालात में बच्चे पढ़ लिख कर कैसे साक्षर बन पाएंगे जबकि बच्चे देश का भविष्य है फिर भी इनके लिए समुचित व्यवस्थाएं उपलब्ध ना करवाना शासन के नियमों की उल्लंघन करते हुए राशि का फर्जी बिल लगाकर भुगतान कर लिया जाता है जिसकी वजह से विकास कार्य अधूरे पड़े रहते हैं ऐसी स्थिति में बारिश के मौसम में बच्चों को शाला जाने आने में अनेकों प्रकार की मुसीबतों का सामना करना पड़ता है एक तरफ सरकार शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए प्रयासरत है वहीं अधिकारियों की उदासीनता का दंश छात्रों को झेलना पड़ रहा है।ऐसे में आजादी के इतने वर्षों बाद भी बच्चें कच्ची सड़क पर शिक्षा की डगर नाप रहे हैं आवागमन की समस्या से जूझ रहे स्थानीय लोगों ने अब तक इस पर शासन-प्रशासन तथा जनप्रतिनिधियों को ध्यान आकृष्ट कराया है। जबकि कोई फायदा नहीं हुआ जिम्मेदार व्यक्तियों के प्रति चुप्पी साधना शिक्षा के प्रति उदासीनता को दर्शाता है
खेत से होकर स्कूल जाते बच्चे
हालांकि इस दौरान कच्ची सड़कों पर आते जाते बच्चे बरसात के कारण गिरने से चोटिल भी हो जाते हैं। उक्त स्कूल दसवीं तक हैं जिसमें क़रीब 151 बच्चें नामंकित हैं। वहीं स्कूल में भवन का भी अभाव हैं। ऐसे में अत्यधिक वर्षा में बच्चों का शिक्षण कार्यक्रम स्थगित करना पड़ता है।छात्रा आंशी पटेल, आशिका पटेल ने बतायाकि कच्ची सड़क होने के कारण स्कूल आवागमन में काफ़ी परेशानी होती हैं। प्रभारी प्राचार्य ईश्वरसिंह पटेल ने बतायाकि मुख्य सड़क से स्कूल 500 मीटर कच्ची सड़क है जिससे बच्चों को स्कूल आने में काफी परेशानी होती है। ऐसे में कच्ची सड़क होने के कारण स्कूल में बच्चे की संख्या दिन पर दिन घटती जा रही है।स्थानीय लोगों के अलावा स्कूल की तरफ से भी जिला प्रशासन को ध्यान आकृष्ट कराया गया है लेकिन सड़क को लेकर अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं समझ में आई है प्रभारी प्राचार्य ईश्वरसिंह पटेल ने कहाकि बच्चों का भविष्य देखते हुए स्कूल के लिए सड़क का निर्माण होना जरूरी है अभिभावकों ने बच्चों की भविष्य को देखते हुए क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों व शासन प्रशासन से शीघ्र उक्त मार्ग का निर्माण कार्य कराए जाने की मांग की है