बरमानकलां घाट पर हुआ निर्झरणी महोत्सव का आयोजन
नर्मदा जयंती पर शनिवार को नर्मदा तट के समीप बरमानकलां घाट पर सांस्कृतिक संध्या "निर्झरणी महोत्सव" का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विधायक श्री जालम सिंह पटैल एवं कलेक्टर सुश्री ऋजु बाफना ने दीप प्रज्जवलित कर किया। विधायक श्री पटैल ने नर्मदा जयंती की शुभकामनायें दी।
पवित्र माँ नर्मदा के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने के लिए "निर्झरणी महोत्सव" का आयोजन मध्यप्रदेश शासन के संस्कृति विभाग के तत्वावधान में जिला प्रशासन के सहयोग से किया गया।
"निर्झरणी महोत्सव" के दौरान नर्मदा केन्द्रित नृत्य नाटिका की प्रस्तुति जबलपुर की सुश्री शालिनी खरे एवं साथियों ने दी। उन्होंने कत्थक शैली में नृत्य की मनोरम प्रस्तुति दी। उन्होंने मां नर्मदा की पवित्र प्रवाह यात्रा और पश्चिममुखी होने की कथा को शास्त्रीय शैली में कत्थक के माध्यम से प्रस्तुत किया। इसमें सुर-ताल का अच्छा तालमेल रहा।
नर्मदा केन्द्रित लोक गायन उमरिया के श्री डीएल दाहिया एवं साथियों ने प्रस्तुत किया। उन्होंने बघेली/ मैथिली बोली में मां नर्मदा पर आधारित गीतों की प्रस्तुति और गणेश वंदना की। उन्होंने 'मैया नरबदा की पावन जयंती, बरमान घाट में छा गई बसंती...", "बड़ा प्यारा सजा है दरबार, नरबदा मैया प्यारा सजा" और अन्य नर्मदा गीत प्रस्तुत किये।
इसी श्रृंखला में ग्वालियर की सुश्री यखिलेश- अनुज प्रताप एवं उनके सथियों ने ध्रुपद गायन की मनोरम प्रस्तुति दी। उन्होंने 'गणपति श्री गणेश, गिरजासुत गणेश, लम्बोदर गजानन.." गीत के माध्यम से गणेश वंदना की। उन्होंने राग भूपाली में "हर- हर नर्मदे मां, जगकल्याणी मां, तूझको प्रणाम..." अच्छी जुगलबंदी से ध्रुपद गायन प्रस्तुत किया। इसके बाद उन्होंने राग बागेश्री में "माता रेवा- रेवा- माता रेवा, रेवा- ऋषि मुनि ध्यावत, तू कल्याणी मां, हर- हर नर्मदे मां..." के माध्यम से भक्ति गायन की अनुपम प्रस्तुति दी। श्रोताओं ने इसे बहुत सराहा।
विधायक श्री जालम सिंह पटैल, कलेक्टर सुश्री ऋजु बाफना ने निर्झरणी महोत्सव में आये कलाकारों को मां नर्मदा की फोटो देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती अनीता ठाकुर, जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती प्रतिज्ञा परिहार, सीईओ जिला पंचायत डॉ. सौरभ संजय सोनवणे, एसडीएम श्रीमती सृष्टि जयंत देशमुख व श्री मणिन्द्र कुमार सिंह, श्री रामनारायण सोनी, अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी और बड़ी श्रद्धालु मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन श्री अंशुल दुबे ने किया।