नाम बड़े और दर्शन छोटे , ऐसा ही एक मामला जबलपुर के निजी हॉस्पिटल में देखने को मिला जहां पर परिजन ने अपने मरीज को लूज मोशन होने की शिकायत पर भर्ती कराया , जहां निजी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने ब्लड की कमी होना बताया और तुरंत ब्लड चढ़ाने के लिए कहा गया और अपने ही अस्पताल में बनी हुई पैथोलॉजी से जब मरीज का ब्लड सैंपल लिया गया तोनिजी हॉस्पिटल के अनुसार ब्लड ग्रुप एबी पॉजिटिव निकला जहां उसका इलाज जारी रखा गया जब इलाज के दौरान मरीज की तबीयत खराब होने लगी तो परिजन उसे नागपुर ले गए जब नागपुर के अस्पताल में मरीज का ब्लड सैंपल लिया गया तो वह ओ पॉजिटिव निकला जिसके बाद परिजन घबरा गए और तत्काल इसकी शिकायत जबलपुर कलेक्टर के समक्ष रखी गई जिसमें उन्होंने जबलपुर कलेक्टर को सारी घटनाक्रम की जानकारी दी , इस मामले को तुरंत संज्ञान में लेकर जबलपुर कलेक्टर ने इस पर  जबलपुर सीएमएचओ को 3 दिन के अंदर कार्रवाई करने के निर्देश दिए अब देखना यह है कि निजी हॉस्पिटल के ऊपर क्या कार्रवाई की जाती है या फिर आगे भी ऐसे ही झोलाछाप डॉक्टर मरीजों को लूटते रहेंगे और उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते रहेंगे ।

न्यूज़ सोर्स : ANJALI PATEL