टेकापार की माध्यमिक शाला जिले की उत्कृष्ट शाला बनने की ओर अग्रसर
एकशिक्षकीय शाला होने के बावजूद विद्यालय में हो रहे अच्छे नवाचार
गाडरवारा। चीचली विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम टेकापार की शासकीय माध्यमिक शाला इन दिनों जिले की उत्कृष्ट शालाओं में शुमार होने की स्तिथि में आती जा रही है। उक्त शाला में 76 छात्र छात्राएँ 6 वी से 8 वी तक की क्क्षाओ में पढ़ते है जो प्रतिदिन गणवेश पहनकर एवं निजी स्कूल के छात्रों जैसे बैच लगाकर आते है। विदित हो की शाला में सिर्फ एकमात्र शिक्षिका श्रीमती सुनीता सोनी है जिन्होंने अपनी कार्यकुशलता एवं कर्तव्य के प्रति सजगता से शाला में नए नए नवाचार कर छात्र छात्राओं को बेहतर ज्ञान दिया है। उन्होंने विज्ञान मॉडल के प्रति छात्र छात्राओं की रुचि को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पलक मालवीय, प्रिया मालवीय,प्रिया कौरव, मानसी कौरव, आदित्य कौरव,संजय कौरव, शबाना बहना सोना मेहरा, रक्षा मेहरा , अंशिका कौरव सहित अन्य को प्रेरणा देकर वाटर हारवेस्टिंग, सिंचाई की ड्रिप सिस्टम पद्धति, उत्सर्जन तंत्र एवं श्वसन तंत्र के विज्ञान मॉडल बनवाकर उनकी विज्ञान के प्रति समझ विकसित करने की सार्थक पहल की है। उनके द्वारा विद्यालय की दीवारों का उपयोग करते हुए गणित, विज्ञान , अंग्रेजी सहित सभी विषयों की उपयोगी सामग्री लगाई गई है। शाला के बच्चों को भारतीय संस्कृति की जानकारी देने के उद्देश्य से हर शनिवार बालसभा में रामायण करवाई जाती है। रामायण के लिए प्रत्येक सप्ताह स्कूल का एक छात्र संकल्प लेकर रामायण आयोजन की सारी व्यवस्थाएं करता है । छात्रा पलक मालवीय ने बताया की रामायण हमे सदाचार और अनुशासन सिखाती है जिसे पढ़कर हम लोग अच्छे विचारों को आत्मसात करते है। शाला के कुछ बच्चे अंग्रेजी में स्वयं का अच्छा परिचय भी देते है। शाला की प्रभारी माध्यमिक शिक्षिका सुनीता सोनी ने बताया की शाला में अकेले शिक्षक् होने से निराशा तो होती है परंतु इसके बावजूद ग्रामीणों के सहयोगी रवैये के चलते शाला में बेहतर से बेहतर काम करने की कोशिश की है जिसके परिणाम सामने आ रहे है। हम लोग आगामी समय मे शाला में किचिन गार्डन के माध्यम से छात्रों को जैविक खेती की जानकारी मुहैया कराने की योजना बना रहे है।