जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक सम्पन्न
नरसिंहपुर, 21 अप्रैल 2023. जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक कलेक्टर सुश्री ऋजु बाफना की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में सम्पन्न हुई। बैठक में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा की गई। कलेक्टर ने कहा कि शासन के निर्देशों के अनुरूप जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए संबंधित अमला आपसी समन्वय से पूरी गंभीरता और सक्रियता से कार्य करे। उन्होंने कहा कि मैदानी अमला सजग रहकर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ जरूरतमंदों को दिलाएं। बीएमओ लगातार फील्ड भ्रमण करें। बैठक में कलेक्टर ने निर्देशित किया कि स्वास्थ्य सेवाओं के शतप्रतिशत लक्ष्य तय समय सीमा में पूर्ण किए जायें।
बैठक में गर्भवती महिलाओं के पंजीयन की समीक्षा के दौरान गोटेगांव एवं सांईखेड़ा ब्लॉक की कम उपलब्धि पाई गई। बॉटम वाले 5 उप स्वास्थ्य केन्द्रों की समीक्षा के दौरान शहरी क्षेत्र गाडरवारा की 30 प्रतिशत उपलब्धि रहने पर कलेक्टर ने बीएमओ सांईखेड़ा को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये।
बैठक में प्रथम त्रैमास पंजीयन, अनमोल पोर्टल पर समग्र अपडेशन, गर्भवती महिलाओं की उपचार जांच, हाई रिस्क चिन्हांकन और महिलाओं में माडरेट व सीवियर एनीमिया की पहचान एवं उपचार की समीक्षा की गई। इसमें गोटेगांव ब्लॉक की न्यूनतम उपलब्धि पाये जाने एवं बीएमओ गोटेगांव द्वारा रूचि लेकर कार्य नहीं करने पर कलेक्टर ने बीएमओ गोटेगांव का कार्यभार परिवर्तित करने के निर्देश सीएमएचओ को दिये।
कलेक्टर ने निर्देशित किया कि जिन क्षेत्रों में घर पर प्रसव हो रहे हैं, उन ब्लॉक के बीएमओ तहसीलदार से समन्वय कर प्रसव के 7 दिन पहले गर्भवती महिला को प्रसव केन्द्र पर भर्ती कराकर सुरक्षित संस्थागत प्रसव करायें। संस्थागत प्रसव बहुत कम पाये जाने पर कलेक्टर ने जिला योजना अधिकारी से नामवार जन्म की सूची प्राप्त कर अनमोल पोर्टल पर 7 दिवस के भीतर शतप्रतिशत डाटा एंट्री कराने के निर्देश दिये। उन्होंने सिविल अस्पताल गाडरवारा के नजदीक पनारी, बोहानी, सांईखेड़ा, चीचली, बारहाबड़ा, सालीचौका के प्रसव केन्द्रों से अनावश्यक रैफरल नहीं करने के निर्देश दिये। उन्होंने नजदीकी प्रसव केन्द्र में प्रसव कराने और प्रसव केन्द्र राजमार्ग खुलरी व खुरपा में संस्थागत प्रसव बढ़ाने पर जोर दिया। सुश्री बाफना ने इन केन्द्रों पर स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने पर विशेष जोर दिया। कलेक्टर ने गोरखपुर में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बनाये जाने के संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने पर जोर दिया।
कलेक्टर ने सभी बीएमओ एवं स्वास्थ्य संस्था प्रभारियों को निर्देशित किया कि गर्भावस्था के दौरान किसी भी महिला की मृत्यु नहीं हो, यह सुनिश्चित करने के लिए लगातार मॉनीटरिंग करें। शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए लेबर रूम के स्टाफ को प्रशिक्षण दिलाने एवं एसएनसीयू का रिव्यू संभाग स्तरीय अधिकारियों के साथ समन्वय कर करने के निर्देश दिये गये। एएनएम व सीएचओ के कार्यों की समीक्षा के दौरान निर्देशित किया गया कि मुख्यालय पर निवास नहीं करने पर संबंधित को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाये। एनसीडी पोर्टल पर कम स्क्रीनिंग पाये जाने पर इसकी डाटा एंट्री 7 दिवस में पूर्ण कराने के निर्देश कलेक्टर ने दिये।
जिले में पूर्ण टीकाकरण और एमआर- 1 व एमआर- 2 के टीकाकरण की कम उपलब्धि पर कलेक्टर ने कमजोर क्षेत्रों पर फोकस कर शतप्रतिशत टीकाकरण कराने पर जोर दिया। इस कार्य में एसडीएम, तहसीलदार, सीईओ जनपद, सरपंच, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्वसहायता समूह की महिलाओं, कोटवार, ग्राम पंचायत सचिव, ग्राम रोजगार सहायक व मध्यान्ह भोजन बनाने वालों का सहयोग लेने पर जोर दिया गया।
बैठक में पोषण पुनर्वास केन्द्र, मलेरिया नियंत्रण, अंधत्व नियंत्रण के अंतर्गत मोतियाबिंद ऑपरेशन, कुष्ठ एवं क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रमों की समीक्षा की गई। साथ ही आशा कार्यकर्ताओं एवं सीएचओ को प्रोत्साहन राशि के भुगतान, सीएम हेल्पलाइन, जेएसवाय एवं पीएसवाय के लंबित भुगतान की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिये गये। कलेक्टर ने आशा कार्यकर्ताओं व सीएचओ को प्रोत्साहन राशि का नियमित रूप से समय पर भुगतान सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने प्रदर्शन के आधार पर सीएचओ को प्रोत्साहन राशि के भुगतान में विलम्ब की शिकायतों की जांच के लिए समिति गठित करने के निर्देश सीएमएचओ को दिये।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रदीप धाकड़, सिविल सर्जन डॉ. मुकेश जैन और अन्य अधिकारी मौजूद थे।